लाइव सिटीज, कटिहार: बिहार में निकाय चुनाव के पहले चरण की वोटिंग सुबह से हो रही है. इसी बीच कटिहार जिले से एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई है. यहां एक पोते ने अपने बुजुर्ग दादा-दादी को ठेले पर बैठाकर मतदान के लिए ले गया. हर कोई यह नज़ारा देखने लगा. अब ये तस्वीर बिहार भर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल दादी पिछले 6 महीने से बीमार और चलने फिरने असमर्थ थी. जिसके बाद पोते ने दादी को मतदान केंद्र पहुंचाने का बीड़ा उठाया और उन्हें ठेले पर बैठाकर मतदान केंद्र पहुंच गया. दादी का लोकतंत्र में भागीदारी देने का उत्साह और पोते का दादी के लिए कर्तव्य देखकर लोग दोनों की तारीफ करने लगे. दादी का नाम नूरसी खातून है जबकि उसका पोता अरबाज़ है. अरबाज़ की उम्र अभी महज 10 साल है. अरबाज जब दादी को ठेले पर बैठाकर ले जा रहा था तब उसके दादा भी साथ थे. बूढ़े दादा की पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब है. इस वजह से वह ठेला नहीं खीच पा रही हैं.
यह तस्वीर कटिहार जिले के मनिहारी नगर पंचायत की है. दरअसल यहां के लोग बाढ़ और कटाव से परेशान हैं. वही क्षेत्र दूसरे विकास कार्यों से भी दूर है. यही वजह है कि यहां के लोगों का शुरूआत में मतदान के प्रति ज्यादा उत्साह नहीं दिखा. फिर लोकतंत्र के प्रति अपने कर्तव्य की एक तस्वीर सामने आई.
10 साल का बच्चा अपनी बूढ़ी दादी को ठेले पर बैठाकर वोट दिलाने पहुंच गया.दादी नूरसी खातून उम्र के कारण शरीर से चलने-फिरने के लायक नहीं रहने के बाद भी वोट डालने पहुंची. नूरसी ने बताया कि वोट डालना उनका कर्तव्य है. वह अपना कर्त्वय पूरा कर रही है. वोट नहीं डालेंगी तो विकास कैसे होगा. नूरसी के इस उत्साह से दूसरे लोगों को भी सीख मिली और लोग वोट डालने के लिए घरों से निकलने लगे.