लाइव सिटीज पटना: बिहार में सियासी जमीन तलाश कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लगातार निशाना साध रहे हैं. वहीं पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि उन्होंने बीजेपी से 17 सीटें जेडीयू को दिलवाई थी. पीके के इस दावे पर जदयू ने करारा पलटवार किया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पीके के इस दावे पर तो यहां तक कह दिया है कि वे किसी प्रशांत किशोर को नहीं जानते हैं.
दरअसल प्रशांत किशोर के दावे से जुड़ा सवाल पर ललन सिंह भड़क गए. उन्होंने साफ कह दिया कि कौन है प्रशांत किशोर..छोड़िए न उसको.. कौन है प्रशांत किशोर ये आप जानिए..उनसे जाकर पूछिए..प्रशांत किशोर कोई नहीं है, जिसपर हम प्रतिक्रिया दें.. प्रशांत किशोर को हमलोग नोटिस नहीं लेते हैं. इससे पहले जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी प्रशांत किशोर का नाम सुनते ही गरमा गए थे और कहा था कि राजनीति प्रशांत किशोर के बस की नहीं है. उमेश कुशवाहा ने कहा था कि प्रशांत किशोर का जो रोजगार है वे उसे बढ़ाएं राजनीति करना उनके बस की चीज नहीं है.
बता दें कि जन सुराज यात्रा के तहत गोपालगंज पहुंचे प्रशांत किशोर ने नीतीश और जेडीयू पर निशाना साधते हुए कहा था कि नीतीश कुमार ने तीन तीन बार लोगों को ठगा है. सबसे पहले 2015 में छोड़कर भागे. फिर उसके बाद हमने 2019 में दो एमपी के जदयू को 17 एमपी का सीट दिलवाया, भाजपा को बिना लड़े हुए 30 से घटाकर 17 कर दिया. वहीं प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि उस समय पार्टी में हम दूसरे स्थान पर थे, पार्टी में ये तय हुआ था कि लोकसभा के बाद हम भाजपा का साथ छोड़ देंगे, लेकिन जब मोदी जी जीत कर आ गए तो नीतीश कुमार हमको ही समझाने लगे कि अभी लग रहा है मोदी जी की हवा है, अभी रुकिए थोड़े दिन और रुका जाए भाजपा में.