लाइव सिटीज पटना: संसद के नए भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इसको लेकर राजनीति तेज है. आरजेडी-जदयू समेत देशभर की 19 सियासी दलों ने संयुक्त रूप से उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. वहीं सेंट्रल विष्टा का उद्घाटन समारोह पर हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन मांझी ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि नई संसद का उद्घाटन अगर राष्ट्रपति के हाथों होता तो एक इतिहास बनता. एक नया संदेश जाता.
संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर जब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन मांझी से सवाल किया गया तो उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों तो अच्छा है. क्योंकि वो एक वंचित समाज से आती हैं. अगर वो उद्घाटन करती हैं तो उनके समाज के लोगों में खुशी होगी. इससे एक अच्छा संदेश जाएगा. वहीं संतोष सुमन से जब पूछा गया कि क्या वो सेंट्रल विष्टा के उद्घाटन में दिल्ली जाएंगे? तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें इसके लिए निमंत्रण नहीं आया है. वैसे भी वो महागठबंधन से हैं और महागठबंधन के दलों ने इसका विरोध किया हुआ है.
जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन मांझी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें खुद ये मौका राष्ट्रपति को देना चाहिए. अगर ये मौका उन्हें न देकर खुद के पास रखना चाहते हैं तो हम कर ही क्या सकते हैं. हम चाहते हैं कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बने. हम लोग उन्हें ही प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. नीतीश कुमार को सभी विपक्षी नेता पसंद करते हैं. हम एकजुट हो रहे हैं. हमारी ख्वाहिश है कि नीतीश कुमार एक बार प्रधानमंत्री बनकर नए सेंट्र्ल विष्टा में बैठें. ये हमारी ही नहीं बल्कि कई विपक्षी दलों की यही राय है.