लाइव सिटीज पटना: जदयू में बागी हो चुके पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी ही पार्टी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना कर झुनझुना थमा दिया. पार्टी उनकी अनदेखी कर रही है. एमएलसी के पद के नाम पर लॉलीपॉप थमाया गया. उपेंद्र कुशवाहा के इस आरोप के बाद जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पलटवार किया है. उमेश कुशवाहा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब जदयू में नहीं हैं.
उमेश कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब जदयू में नहीं हैं. वो जो बयान दे रहे हैं उसका कोई मतलब नहीं है. वो भाजपा के साथ हैं और भाजपा के साथ मिलकर जदयू को कमजोर करने में लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा द्वारा लगातार लगाए जा रहे आरोप पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की बातों पर अब क्या कहा जाये. पार्टी ने उन्हें तीसरे नंबर का पद दिया, जिसे वो झुनझुना बता रहे हैं, उनके बयानों पर अब कोई प्रतिक्रया देना व्यर्थ है.
इससे पहले सोमवार को भी जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जो भी बयानबाजी कर रहे हैं, वो राजनीतिक मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं. हमारे नेता पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से पहले उनमें जरा भी राजनीतिक मर्यादा और नैतिकता है, तो विधान परिषद की सदस्यता से त्याग पत्र दें, तब बयानबाजी करें. उमेश कुशवाहा ने कहा कि हमारे नेता ने उनको कितना सम्मान देने का काम किया, अभी भी पार्टी में उनको तीसरे नंबर का जगह दिया गया. उनमें अगर जरा भी नैतिकता है तो अनर्गल बयान बंद करें. हमारे नेता ने जो आपको दिया है, उससे त्याग पत्र दें.
बता दें कि जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीएम कहते हैं कि उन्होंने मुझे जेडीयू में लाकर बहुत इज्जत दी है लेकिन सच तो ये है कि संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर उन्होंने मुझे झुनझुना थमा दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश जी को अभी भी हम अगाध प्रेम करते हैं. हम हमेशा उनका आदर करते है लेकिन आजकल मुख्यमंत्री जी अपनी इच्छा से कोई काम नहीं कर रहे हैं. एनडीए से अलग होने का फैसला भी दूसरे के कहने पर लिया गया.