लाइव सिटीज पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रचंड जीत और भाजपा की करारी हार के बाद महागठबंधन के घटक दलों में उत्साह है. इसको लेकर बिहार में भी सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी है. सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल और जदयू ने बीजेपी पर तंज कसा है. आरजेडी का कहना है कि कर्नाटक में हनुमान जी नाराज हो गए हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव से भाजपा के पतन का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का ट्रेलर है. वहीं जदयू ने चुनाव नतीजों को भाजपा के लिए खतरे की घंटी करार दिया है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि अब तक के चुनावों में भगवान राम के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा कर्नाटक चुनाव में भगवान राम को भूला कर बजरंगबली के नाम पर वोट मांग रही थी. जिससे बजरंगबली नाराज हो गए. गदा चला कर आज अपने अराध्य दिन शनिवार को भाजपा के अहंकारी अवसरवाद को ध्वस्त कर दिए हैं.
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से भाजपा के पतन का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का ट्रेलर है. कर्नाटक की जनता ने अपने वोट के चोट से भाजपा नेताओं के अहं और वहम का माकूल जवाब देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा किया गया 437 जनसभाएं 138 रोड-शो भी कर्नाटक की जनता को प्रभावित नहीं कर सका. आधा दर्जन मुख्यमंत्री और दर्जनों केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए भावनात्मक और उन्मादी भाषण को खारिज कर कर्नाटक की जनता ने भविष्य की राजनीति का खुला संकेत देने का काम किया है. इसके लिए कर्नाटक की जनता बधाई के पात्र हैं.
वहीं जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है. जिस तरीके से भाजपा नेता हनुमान को चुनाव के बीच में ला रहे थे ऐसा लगता है कि हनुमान जी ने भी भाजपा का साथ छोड़ दिया. भगवान राम भी दुखी होंगे. कर्नाटक चुनाव के नतीजे यह दर्शाते हैं कि जनता का मिजाज क्या है. चुनाव के नतीजों से नीतीश कुमार के प्रयासों को और बल मिलने वाला है.
बता दें कि कर्नाटक चुनाव 2023 के नतीजे आ चुके हैं. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. कांग्रेस ने 130 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर ली है वहीं बीजेपी 65 सीट के साथ दूसरे नंबर पर है. जबकि जेडीएस तीसरे नंबर पर है. कर्नाटक की 224 सीटों पर 10 मई को मतदान हुआ था. वहीं कांग्रेस की प्रचंड जीत पर राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं. ये सबकी जीत है. सबसे पहले यह कर्नाटक की जनता की जीत है.