लाइव सिटीज पटना: लैंड फॉर जॉब्स केस में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ CBI द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. CBI की इस कार्रवाई के बाद राजद ने सीधा बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी को बीमार जनता पार्टी बताते हुए कहा कि ED-CBI से जो दवाई करवा रही है, उसका ओवर डोज हो गया है. अब इसका रिएक्शन हो रहा है.
राजद प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर चार्जशीट दायर की गई है और उनका नाम घसीटा गया है. उसकी आशंका तेजस्वी ने पहले ही जता दी थी. तेजस्वी यादव का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. जिस समय ये मामला आया था, उस समय तेजस्वी की न तो उम्र थी और न ही वह रेल मंत्री थे. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ लाकर तेजस्वी ने जो एकता दिखाई है और भाजपा के खिलाफ लड़ाई का ऐलान किया है. इसके कारण ही चार्जशीट में उनका नाम जबरदस्ती शामिल किया गया है.
महाराष्ट्र में हुई सियासी घटनाक्रम को लेकर भी राजद प्रवक्ता ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी यही ED-CBI जाने वाली थी, लेकिन इससे पहले कई लोगों ने भाजपा से यारी कर ली. उन्होंने कहा कि भाजपा की विदाई तय है. तेजस्वी यादव घबराने वाले नहीं हैं. भाजपा के खिलाफ आवाज कमजोर नहीं होगी, बल्कि और मुखर होगी.
वहीं लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी के विधायक भाई वीरेन्द्र ने केन्द्र सरकार के साथ-साथ बीजेपी पर तीखा प्रहार किया है औऱ कहा कि देश में संवैधानिक संस्थाओं पर भाजपा ने कब्जा जमा रखा है. ये अपने सियासी लाभ के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं. भाई वीरेन्द्र ने कहा कि लालू प्रसाद ने अपने सियासी जीवन में कभी सांप्रदायिक ताक़तों से समझौता नहीं किया इसलिए उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है.
वहीं, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांगे जाने पर भाई वीरेन्द्र ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सुशील मोदी की सियासी हैसियत क्या है? लालू और लालू परिवार के नाम पर सियासत कर रहे हैं. सुशील मोदी जनप्रतिनिधि नहीं हैं, वे सिर्फ खबरों के कारण सियासत कर रहे हैं. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में टूट की खबरों पर आरजेडी नेता ने कहा कि किसी भी पार्टी में टूट नहीं होने वाली है, महागठबंधन एकसाथ है. विपक्षी एकता को लेकर कोई सवाल नहीं है.