लाइव सिटीज पटना: बिहार के पूर्णिया में शनिवार को महागठबंधन की रैली हुई, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के भाषण की काफी चर्चा हो रही है. लेकिन महागठबंधन की इस रैली का मुख्य आकर्षण रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, जो हाल ही में अपना इलाज कराकर भारत लौटे हैं. दिल्ली से वर्चुअली जुड़कर बीमारी के बावजूद आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने जिस अंदाज में बीजेपी पर हमला बोला है, उसकी गूंज सियासी गलियारों में खूब सुनाई पड़ रही है. वहीं अपने दमदार भाषण और देसी अंदाज के कारण लालू यादव लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं.
लालू यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये महागठबंधन की रैली को संबोधित किया. जहां उन्होंने अपने दमदार भाषण से नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ आम-अवाम को ये एहसास दिलाने की भरसक कोशिश की कि लालू के तेवर अभी भी वैसे ही हैं, जिसके लिए वह जाने जाते रहे हैं और जिस वजह से वह सूबे की सियासत में करीब 4 दशक से प्रासांगिक बने हुए हैं. दरअसल पिछले दो-तीन दिनों से लालू यादव सोशल मीडिया पर भी छाए हुए हैं. #LaluPrasadYadav से वह ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. उनके समर्थक और उन्हें चाहने वाले लालू की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
कोई उनकी तबीयत की चिंता कर रहे हैं तो कोई उनके फिर से सियासत में एक्टिव होने की उम्मीद जता रहे हैं. अलग-अलग यूजर लालू यादव को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ट्विटर हैंडल पर यूजर लालू के भाषणों का भी जिक्र कर रहे हैं. लालू के देसी अंदाज, ठेठ भाषण और गंवई वेश-भूषा को मिस कर रहे हैं. वहीं कई ऐसे भी यूजर हैं, जिनको लगता है कि लालू अगर स्वस्थ और सक्रिय होते तो देश और प्रदेश की राजनीति की तस्वीर कुछ अलग होती.
लालू यादव का पुराना अंदाज, दमदार भाषण
किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद पहली बार जनता से रूबरू हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पुराने अंदाज में BJP और RSS पर खूब हमले किए. पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित रैली में लालू प्रसाद यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए मुखातिब हुए और कहा कि बीजेपी और RSS आरक्षण विरोधी है. लालू ने भाषण की शुरुआत में कहा कि मुझे इलाज के बाद यह सुनकर खुशी हुई कि पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में लाखों लाख की संख्या में आप लोग एकजुट हुए हैं. यह एकजुटता इस बात को प्रमाणित करेगा भविष्य में जो चुनाव होने वाला है लोकसभा का उसमें यह गठबंधन बीजेपी को हटाने के लिए पक्का होकर काम करेगा.
लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार की ओर से राशन बांटे जाने और बार-बार इसका प्रचार किये जाने पर भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें सरकार का कोई योगदान नहीं है, बीजेपी के लोग ऐसे बात कर रहे है जैसे कि वे हल चलाकर राशन बांट रहे हों. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में ही स्पष्ट आदेश दिया था कि गरीबों को राशन बांटों. उस समय गोदाम में पड़ा राशन सड़ रहा है, तो उसे बांटने का निर्देश दिया. जिस पर खूब तालियां भी बजी.
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बीजेपी और RSS घोर आरक्षण विरोधी संगठन है. जो RSS है, वही बीजेपी है. इसको हमलोग मुखौटा के रूप में देखते हैं. देश में गरीबी गुरबत, लाचारी के कगार पर पहुंचा हुआ है. तानाशाही बिल्कुल पक्का हो चुका है. जो RSS चाहता है वही नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. किसी का सम्मान नहीं, लोकतंत्र की हत्या और संविधान की उपेक्षा. हम सब एक होकर इसका मुकाबला करेंगे, देश बचाएंगे. लालू यादव से लोगों से कहा कि लोकतंत्र रहेगा, संविधान रहेगा, तभी हम और हमारा देश रहेगा, भारत टूट नहीं सकता है. अगर हम कमजोर हुए तो कई तरह के लोग सवार होंगे.