लाइव सिटीज पटना: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शनिवार को बड़ा बदलाव किया गया है. NCP चीफ शरद पवार ने बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है. साथ ही सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई है. शरद पवार के इस फैसले से भतीजे अजित पवार के लिए झटका माना जा रहा है. जानकारों का कहना था कि अजित खुद पार्टी के अध्यक्ष पद के दावेदार थे. वे फिलहाल महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं.
दरअसल 2 मई को शरद पवार ने NCP प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन कार्यकर्ताओं की जिद के आगे उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया था. अब पार्टी में दो नए कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर हाईकमान ने चौंका दिया है. पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि पार्टी को मजबूत करने के लिए हम सब लोगों को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. इसलिए सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को वर्किंग कमेटी का प्रेसिडेंट बनाने का फैसला लिया जा रहा है. सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब की जिम्मेदारी दी गई है.
घोषणा के बाद सुप्रिया सुले ने कहा कि वो पार्टी की बहुत आभारी हैं. उन्होंने कहा कि वो पार्टी के भरोसे पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी. उन्होंने ट्वीट किया और लिखा- एनसीपी की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुझे और प्रफुल्लभाई पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया है. मैं इसके लिए पार्टी संगठन का हृदय से आभारी हूं. पार्टी द्वारा मुझ पर जताए गए भरोसे को सही साबित करने के लिए मैं संकल्पित हूं. एनसीपी के नेताओं, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और और शुभचिंतकों को पूर्व में अच्छा समर्थन मिला है और आगे भी यह जारी रहेगा.
बता दें कि एनसीपी में हुआ यह बदलाव पार्टी के भविष्य की सियासत के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. इसी महीने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पटना में विपक्षी दलों की बैठक हो रही है. इस बैठक में शरद पवार के आने की बातें चल रही हैं. ऐसे में पार्टी में हुए बड़े बदलावों के बीच अब 23 जून की बैठक में शरद पवार के साथ अगर सुप्रिया सुले भी आती हैं तो यह माना जा सकता है कि पार्टी में सुले का कद और ज्यादा बढ़ाने के लिए शरद प्रयासरत हैं. ऐसे में अजित पवार के लिए झटका माना जा रहा है.