लाइव सिटीज पटना: बिहार के पूर्णिया में महागठबंधन की रैली हुई. महागठबंधन की रैली को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया. वहीं रैली को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र पर करारा अटैक किया. उन्होंने कहा कि कोई काम देश के हित में नहीं कर रहे. बिहार के विकास में उन्होंने क्या किया? बीजेपी पर हमला बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि देश की आजादी को पीएम मोदी और अमित शाह नहीं जानते हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि सातों पार्टियों ने मिलकर तय किया कि पहली सभा हमलोग पूर्णिया में करेंगे. जब हम लोगों ने महागठबंधन बनाया तो दिल्ली से दो नेता हैं. एक प्रधानमंत्री मोदी हैं और गृह मंत्री अमित शाह. क्या अनुभव है इन लोगों का? क्या देश की आजादी को जानते हैं? ये लोग कोई काम नहीं करते हैं. कब्जा किए हुए हैं. एक आध बार हमलोग का छप जाता है. उनलोगों का छपते रहता है. कोई बिहार के विकास के लिए काम हुआ? यहां आकर क्या-क्या कह दिया था. आजादी की लड़ाई से इन लोगों को क्या मतलब है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में बीजेपी के आरोपों का पलटवार किया. सीएम नीतीश ने कहा कि बीजेपी वाले उनपर शरद यादव और जॉर्ज फर्नांडिस को साइडलाइन करने के आरोप लगा रहे हैं. जो कि पूरी तरह गलत है. शरद यादव 2009 में चुनाव हार गए थे, तो भी पार्टी नें उन्हें राज्यसभा से भेजा था. जॉर्ज फर्नांडिस पार्टी में सक्रिय रहे. तबीयत खराब हो गई इसलिए सक्रियता कम हो गई. दूसरी ओर बीजेपी वालों ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सरीखे नेताओं को साइडलाइन कर दिया है.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे बड़ी बेशब्री से कांग्रेस का इंतजार कर रहे है. कांग्रेस पार्टी जितना जल्दी फैसला लेगी, उतना ज्यादा लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि चाहे जितना घूम लें, यदि अकेले रहेंगे, तो 100 सीटें भी नहीं मिलेगी. इसलिए जितना जल्दी हो, सभी एकजुट हो जाए, जितना जल्दी तय करेंगे, उतना ज्यादा फायदा होगा. नीतीश कुमार ने कहा कि आज केंद्र में सत्ता में बैठे नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम नहीं लेते. वे लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का नाम भी नहीं लेते. जबकि अरूण जेटली का नाम भी नहीं लेते. उन्हांने जार्ज फर्णांडीस और शरद यादव के साथ संबंधों को लेकर भी कई खुलासा किया.