लाइव सिटीज, पटना: बिहार में इन दिनों फर्टिलाइजर की कृत्रिम कमी को लेकर खूब हंगामा हो रहा है. जहां एक तरफ कृषि मंत्री फर्टिलाइजर की कमी को लेकर खुल विभाग को जिम्मेदार बता रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सहकारिता मंत्री ही यह बात कबूल रहे हैं कि उन्हें ही समय पर यूरिया नहीं मिल पा रहा है. इन सबके बीच रसायन और उर्वरक मंत्रालय और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने आज बड़ी घोषणा की है.
भगवंत खुबा ने कहा है कि भारत सरकार को किसानों की चिंता है, इसीलिए मैं यहां आया हूं और अब खाद्य-उर्वर्क का हिसाब भी लूंगा। उन्होंने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे कालाबाजरी और किसानों की समस्या खत्म करने में नाकाम रहें हैं। यह कमजोर सरकार की पहचान है। खुबा ने कहा कि केंद्र सरकार पहले भी मदद कर रही थी और आगे भी करती रहेगी।
रसायन और उर्वरक मंत्री ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार में यह सिस्टम तैयार किया गया. कृषि मंत्री ने भारत सरकार को पत्र लिखकर कहा कि राज्य को आवश्यकता अनुसार खाद और उर्वरक नहीं मिल रहा है. लेकिन, ये बिलकुल गलत है. केंद्र की तरफ से कभी कमी नहीं हुई. भारत सरकार 262 रुपए में यूरिया देती है. किसानों ने 600 रूपये से ज्यादा ख़रीदा है. उन्होंने किसानों से अपील की है कि ज्यादा कीमत में खरीददारी न करें. खुबा ने कहा कि कुछ लोग पैसा कमाने का काम कर रहे हैं और उन्हें रोका जाएगा.