लाइव सिटीज पटना: बिहार के पूर्णिया में महागठबंधन की रैली चल रही है. शहर के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की महारैली आयोजित की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और वाम दलों के नेता मंच पर मौजूद हैं. महागठबंधन की रैली को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया. पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अमित शाह पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पीएम बनने का सपना नहीं आता, बल्कि अमित शाह को सपना आता होगा.
पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बिहार में हैं. उन्होंने बाल्मिकीनगर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम नीतीश को हर तीन महीने में पीएम बनने का सपना नजर आता हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पीएम बनने का सपना नहीं आता हैं, बल्कि वे केंद्रीय गृहमंत्री है, उन्हें सपना आता होगा कि 2024 के चुनाव के बाद वे सड़क पर होंगे. ललन सिंह ने बीजेपी नेता अमित शाह ने लालू प्रसाद को जंगलराज का प्रतीक बताया. लेकिन उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि लालू प्रसाद जंगल राज नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय के प्रतीक है. उन्हांने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल है, लोकतंत्र खतरे में है। सभी को एकजुट होने की जरूरत है.
ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह वाल्मीकि नगर की रैली में कहा है कि नीतीश कुमार को हर तीन महीने में पीएम बनने का सपना आता है. मैं उनको कहना चाहता हूं कि जब से बिहार में महागठबंधन बना है तब से उन्हें 2024 में सत्ता से बेदखल होने का सपना आ रहा है. अमित शाह कहते हैं कि नीतीश कुमार जी ने जॉर्ज फर्नांडिस का अपमान किया है. उन्हें क्या मालूम है कि हमने उनका कितना सम्मान किया. इन लोगों ने मीडिया, सीबीआई, चुनाव आयोज सबको अपने कब्जे में कर लिया है. आज अगर लालू जी के यहां छापा हो तो 15 दिन खबर चलती है. लेकिन 81 हजार करोड़ का कार्पोरेट फ्रॉड हुआ तो देश की मीडिया ने एक शब्द नहीं कहा.
बता दें कि महागठबंधन के नेता महारैली में एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के जुटान का दावा भी कर रहे हैं. आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी ताकत दिखाने के साथ केंद्र सरकार को क्षेत्रीय दलों की औकात बताने में महागठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ने वाला है. मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी समेत सात दलों के प्रदेश स्तर के नेताओं के अलावा बिहार के एक दर्जन से अधिक मंत्री भी मंचासीन हैं. लालू प्रसाद भी सीमांचल और कोसी समेत आठ जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं से वर्चुअल तौर पर मुखातिब होंगे.