लाइव सिटीज पटना: नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नीति आयोग की बैठक की जब सूचना मिली थी तो उस दिन हमारा कार्यक्रम पहले से तय था. हमने अपने प्रतिनिधि के बारे में कहा था लेकिन उन लोगों ने मना कर दिया. वहीं अब जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने नीति आयोग की बैठक से सीएम नीतीश की अनुपस्थिति पर कहा कि पक्षपात होता है इसलिए दूरी बना ली गई. नीति आयोग असल में प्रधानमंत्री आयोग है जहां उनकी ही चलती है.
नालंदा लोकसभा क्षेत्र से जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद भवन को लेकर जो कहा है, उसका हम पूर्ण समर्थन करते हैं और पालन करेंगे. ऐसे भी नया संसद भवन पुराने की अपेक्षा खराब है. एक बक्से की तरह बनाया गया है और जो पूर्ण रूप से बना भी नहीं है. साथ ही नीति आयोग की बैठकमें सीएम नीतीश कुमार के नहीं जाने को लेकर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मानसून सत्र नए सांसद भवन में ही चलेगा, इसपर हमारे नेता का जो आदेश होगा उसका पालन करेंगे. दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब शुरू में हमें पता चला कि नया भवन बन रहा है तो हमें यह सुनकर बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था. आजादी के बाद जिस चीज की जहां से शुरुआत हुई, उसको रहने देना चाहिए. उसको विकसित करना चाहिए. अलग से नया बनाने का कोई मतलब नहीं है. हमें लगता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी. हम बराबर कह रहे हैं कि आजकल जो शासन में हैं, वो सारे इतिहास को बदल देंगे.
बता दें कि संसद के नए भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इसको लेकर राजनीति तेज है. राजद-जदयू और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जगह पीएम मोदी द्वारा नई संसद के उद्घाटन पर आपत्ति जताई है. विपक्ष की आपत्ति है कि नई संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए ना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को. इस अवसर पर नई संसद भवन के निर्माण में लगे 60 हजार श्रमयोगियों को सम्मानित किया जाएगा.