लाइव सिटीज पटना: जेडीयू के मिलन समारोह में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पटना में रविवार को बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. भाजपा पर हमला बोलते हुए ललन सिंह ने कहा कि अभी देश में इमरजेंसी की स्थिति है. 1974 वाला इमरजेंसी तो घोषित वाली इमरजेंसी थी. आज अघोषित इमरजेंसी है. देश में आपातकाल लागू है. लेकिन, कहा नहीं जा रहा है. किसी को बोलने की स्वतंत्रता नहीं है. उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र में बोलने की स्वतंत्रता समाप्त हो जाए तो स्थिति बदलनी चाहिए. आज लोकतंत्र बहुत खतरनाक स्थिति में है.
ललन सिंह ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं. वह सिर्फ गुजरात के प्रधानमंत्री हैं. निजीकरण की तरफ देश जा रहा है. देश की समस्याओं पर नहीं बोलेंगे, यह धर्म के नाम पर समाज में उन्माद फैलाकर पैदा कर रहे हैं. उनके नाम पर धार्मिक भावना फैलाकर वोट लेने की साजिश कर रहे हैं. जनता सब देखती है और समय पर जवाब देती है. कर्नाटक में भी इनको जवाब दे दी थी और आने वाले समय में भी करारा जवाब मिलेगा.
वहीं ललन सिंह ने कहा कि पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में 18 पार्टियां शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि चुनाव बाद ही प्रधानमंत्री का चयन होगा. नीतीश कुमार पीएम नहीं बनेंगे. ललन सिंह ने यह भी कहा कि विपक्षी एकता की तरफ से प्रधानमंत्री कौन होगा? यह अभी नहीं बताया जाएगा. जब चुनाव हो जाएगा और विपक्षी एकता की जीत हो जाएगी. इसके बाद प्रधानमंत्री की घोषणा की जाएगी.
ललन सिंह ने यह भी कहा कि बीजेपी आरक्षण विरोधी हैं. 1977 में कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण लागू किया था तो भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने उस सरकार को गिरा दिया था. जितनी भी संवैधानिक संस्थाएं हैं. सभी संवैधानिक संस्थाओं पर अपना नियंत्रण भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कर रखा है. मीडिया की स्वतंत्रता समाप्त हो गई है. राहुल गांधी की सदस्यता जाती है तो 5 दिन तक डिबेट चलता है. यह लोग धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं. ललन सिंह ने टीवी एंकर का नकल करते हुए कहा कि आप देख रहे हैं भगवान का अपमान हुआ है. धर्म का अपमान हुआ है. दिन भर चिल्ला चिल्ला कर धार्मिक उन्माद फैलाते हैं.