लाइव सिटीज पटना: गरीब संपर्क यात्रा पर निकले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के एक बयान से महागठबंधन में घमासान मच गया है. दरअसल जीतन राम मांझी ने अपने बेटे को सीएम बनाने की मांग कर दी है. इतना ही नहीं उन्होंने उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पढ़ने-लिखने को लेकर उन पर तंज भी कसा. मांझी ने कहा कि जिनका नाम CM के लिए आता है, मेरा बेटा उन्हें भी पढ़ा सकता है. वहीं पिता जीतन राम मांझी की ओर से दिए गए बयान पर उनके बेटे और मंत्री संतोष सुमन ने भी जवाब दिया है.
पिता जीतन राम मांझी की ओर से दिए गए बयान पर उनके बेटे और मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. मैं मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं हूं. जनता का प्यार-सम्मान पाने के लिए और ऊर्जा के साथ काम करूंगा. गरीब संपर्क यात्रा के दौरान अरवल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जिले की अलग-अलग जगहों पर महादलित टोला की बस्तियों में नुक्कड़ सभा के माध्यम से लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने लोगों से अपने बेटे संतोष सुमन को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की.
दरअसल गरीब संपर्क यात्रा पर निकले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को राज्य के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पढ़ने-लिखने को लेकर उन पर तंज कसा. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक मांझी ने जहानाबाद में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बिना किसी का नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि मेरा बेटा संतोष सुमन बिहार का मुख्यमंत्री बनने के योग्य है क्योंकि वह पढ़ सकता है और दूसरों को पढ़ा भी सकता है.
बता दें कि गरीब संपर्क यात्रा के तहत जीतन राम मांझी अरवल पहुंचे थे. इसी दौरान बेटे और बिहार सरकार में मंत्री संतोष सुमन को सीएम बनाने की मांग की. उन्होंने उसके कई कारण भी बताए. मांझी ने कहा कि संतोष पढ़ा-लिखा है. उसे मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. मुख्यमंत्री के लिए बहुतों का नाम आता है, वैसे लोगों को पढ़ा सकता है. वह नेट है. प्रोफेसर है. सब कुछ है. सिर्फ यही है कि वह भुइयां जाति से आता है. जो दलित हैं, गरीब तबके के लोग हैं जिसकी आबादी 90 प्रतिशत है, उसका नेतृत्व नहीं होगा?