लोक सभा चुनाव 2024(lok sabha chunav 2024) को लेकर राजद( RJD) ने अपने कोटे की 23 सीटों में 22 पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. टिकट बंटवारे में राजद ने अपनी पूरी मनमानी दिखाई है. एक तरफ जहां मुस्लिमों की सीट कम कर दिया है तो वहीं राजपूतों की टिकट भी कम कर दी है. यहीं नही अपने सहयोगी पार्टियों कांग्रेस और वीआईपी की भी टेंशन बढ़ा दी है. तो चलिए आपको पूरी खबर विस्तार से बता रहे हैं.
क्या राजद ने राजपूत और ब्राह्मण की अनदेखी की
राजद ने अपनी कोटे की 22 सीटों पर प्रत्याशियों की नामों की घोषणा कर दी है. अब उस लिस्ट पर कई सवाल खड़ा हो रहा है क्योंकि राजद ने एक भी ब्राह्मण को टिकट नहीं दिया है. जबकि बिहार में ब्राह्मण जाति का प्रतिशत 3.6575 है और इनकी जनसंख्या 47 लाख 81 हजार 280 है. ऐसे में राजद ने एक भी टिकट नहीं देकर ब्राह्मण जाति से बैर मोल लिया है.पिछली बार राजद की तरफ से 3 राजपूतों को उम्मीदवार बनाया गया था. वैशाली से रघुवंश प्रसाद सिंह, बक्सर से जगदानंद सिंह और महाराजगंज से प्रभूनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह पर भरोसा जताया था. लेकिन इस बार सिर्फ एक सीट बक्सर की मिली है जबकि भाजपा 5 सीट और चिराग की पार्टी से एक राजपूत सामने है. अब ऐसे में राजपूत समाज राजद से खफा है.
कांग्रेस और वीआईपी को भी उलझन में डाला
महा गठबंधन में अभी तक 10 सीट ऐसे हैं जिन पर अभी भी उम्मीदवार नहीं हैं. जिसमें मुकेश सहनी और कांग्रेस प्रमुख रूप से है. दरअसल राजद ने सीट बंटवारे में कांग्रेस की कोटे की 3 प्रमुख सीटों तो अपने कब्जे में ले लिया है. राजपूतों की सीट औरंगाबाद और ब्राह्मण कोटे की सीट वाल्मीकि नगर भी कांग्रेस से झीन अपने कोटे में डाल ली है तथा महाराजगंज की सीट पर किसी भूमिहार को प्रत्याशी बनाने के लिए भी दबाव दिया जा रहा है, चुकी वाल्मीकिनगर की सीट पहले ही छीन चुकी है. अब पश्चिम चम्पारण में कांग्रेस को ब्राम्हाण को ही उम्मीदवार बनाना मजबूरी है.
मुकेश सहनी भी उलझन में
राजद ने अपने कोटे की 3 सीट गोपालगंज, झंझारपूर और मोतिहारी की सीट मुकेश सहनी को दिया है जिसमें गोपालगंज एक रिजर्व सीट है. अब मुकेश सहनी के सामने भी चुनौती है कि मोतिहारी में भूमिहार की अबादी ज्यादा है.और झंझारपूर से गूलाब यादव की भी दावेदारी पेश हो रही है. तो ऐसे में मल्लाहों के नेता कहे जाने वाले मुकेश भी परेशान हैं कि मोतिहारी से किसी मल्लाह नेता को टिकट दें या फिर भूमिहार पर भरोसा दिखाएं?
NOTE: यह लेख सिनियर पत्रकार ज्ञानेश्वर जी के रोजाना का कार्यक्रम “सुबह की चाय” का अंश है. आप पूरा वीडियों यहां देख सकते हैं.