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खुर्शीद अहमद ने नवनियुक्त पुलिस अधिकारियों को किया मोटिवेट, कहा-स्पीड और क्रेडिबिलिटी काम में अहम

लाइव सिटीज पटना: एडवांटेज मीडिया के प्रमुख खुर्शीद अहमद ने राजगीर में बिहार पुलिस अकैडमी में नवनियुक्त बिहार पुलिस के अधिकारियों को मोटिवेट किया. उन्होंने कहा कि काम में स्पीड और क्रेडिबिलिटी अहम होनी चाहिए. खुर्शीद अहमद ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी के ऊपर बहुत जिम्मेदारी होती है. पुलिस अधिकारी को एक तरफ जहां समाज को लेकर चलना होता है वहीं दूसरी तरफ उसे कानून का भी पालन करना होता है. आम आदमी हो या फिर खास, हर किसी की नजर कानून और पुलिस पर रहती है. क्योंकि इंसाफ दिलाने की पहली शुरुआत पुलिस अधिकारी से ही होती है. ऐसे में जितनी जरूरत काम में स्पीड की है, उतनी ही जरूरत क्रेडिबिलिटी की भी होनी चाहिए. यह सबसे बड़ा की- फैक्टर है.

खुर्शीद अहमद ने कहा कि आप सभी हीरो हैं. यह जरूरी नहीं कि आप केवल सुन रहे हैं. हालांकि सुनना बहुत बड़ी बात है लेकिन जरूरी यह होता है कि जब आप सुन रहे हैं तो उसका क्या और कैसे जवाब दें? ताकि उसका सरकार और समाज में अलग संदेश जाए. उन्होंने कहा कि एक पुलिस अधिकारी के जीवन में कम्युनिकेशन का बहुत अहम रोल होता है. अगर कम्युनिकेशन पर ध्यान रखा जाए तो कई सारे मामलों के हल करने में मदद भी मिल सकती है.

खुर्शीद अहमद ने यह भी कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया बहुत अहम है. सोशल मीडिया पर कई तरह के संदेश लोगों के बीच में आदान-प्रदान होते रहते हैं. जरूरत उन संदेशों के ऊपर अपने विवेक के इस्तेमाल करने की है. ऐसे संदेश लोगों के बीच में नहीं फैले ताकि उससे सामाजिक विद्वेष हो और समाज को उससे नुकसान हो.

उनका यह भी कहना था एक पुलिस अधिकारी भी इंसान होता है लेकिन कई बार उसे पहले कानून को देखना होता है. उसके किसी भी एक पहल से बहुत बड़ा बदलाव हो सकता है. साथ ही साथ अगर धैर्य के साथ कड़ी दर कड़ी किसी भी मामले की जांच जाए, उसके विभिन्न पहलुओं को सोचा जाए तो उसके निश्चित ही बेहतर परिणाम निकल सकते हैं.

वर्कशॉप का आयोजन बिहार पुलिस के एडीजी सह बिहार पुलिस अकैडमी राजगीर के निदेशक भृगु श्रीनिवासन (आईपीएस) की देखरेख में किया गया था. दरअसल यह उन पुलिस कर्मियों के लिए अनिवार्य सेवाकालीन प्रशिक्षण है, जिनको बिहार पुलिस में सेवा देते हुए 14 साल से ऊपर हो चुके हैं. 2018 में बिहार पुलिस अकैडमी राजगीर के अस्तित्व में आने के बाद ऐसे आयोजन को अनिवार्य कर दिया गया है.

बिहार पुलिस अकैडमी के उप निदेशक सह डीआईजी मो. अब्दुल्लाह (आईपीएस) हैं, जबकि अरविंद गुप्ता (आईपीएस) सहायक निदेशक हैं. अकेडमी द्वारा ऐसे आयोजनों के लिए सीएनएलयू, बिहार न्यायिक सेवा और सीआरपीएफ द्वारा भी संपर्क किया जा चुका है. इस वर्कशॉप का आयोजन अरविंद गुप्ता (एसपी) सह सहायक निदेशक बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर और सीनियर डीएसपी मुकुल आर (बीपीएस) ने किया. आयोजन में बिहार पुलिस के 24 एएसपी उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन एडिशनल एसपी मनीष ने किया.

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