लाइव सिटीज, पटना: बिहार में सियासी इफ्तार का दौर शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सरकारी आवास में इफ्तार पार्टी दे रहे हैं. जिसमें आम से खास सभी लोगों को आमंत्रण है. वैसे तो हर साल एक अणे स्थित सीएम आवास में इफ्तार पार्टी का आयोजन होता है और इफ्तार के बहाने बिहार में सियासी उठापटक के भी संकेत मिलते रहे हैं
इमारत-ए-सरिया की ओर से कहा गया है कि बिहार के प्रमुख मुस्लिम धार्मिक संगठनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दावत-ए-इफ्तार के बहिष्कार की घोषणा की है. इन संगठनों की ओर से नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा गया है. पत्र लिखने वाले संगठनों में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारत-ए-शरिया, जमीयत उलेमा हिंद, जमीयत अहले हदीस, जमात-ए-इस्लामी हिंद, खानकाह मुजीबिया और खानकाह रहमानी शामिल हैं.
आपको बता दें कि पिछले कुछ चुनाव से मुस्लिम वोटर नीतीश कुमार से नाराज हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव हो या फिर 2024 के लोकसभा चुनाव, दोनों में मुसलमानों ने अपनी नाराजगी दिखाई है. अब विधानसभा चुनाव होना है. कई सीटों पर मुस्लिम वोट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. नीतीश कुमार की चिंता है कि यदि मुस्लिम वोटर नाराज रहे तो उसका असर पड़ सकता है.