लाइव सिटीज, सेन्ट्रल डेस्क: नेपाल के तराई क्षेत्रों के साथ-साथ कोसी-सीमांचल में हो रही भारी बारिश से बिहार के कई जिलों के हालात भी अब बिगड़ सकते हैं. जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने कोसी-सीमांचल समेत भागलपुर जिले को अलर्ट किया है. जिसके बाद सुपौल के डीएम ने जिले में हाई अलर्ट जारी करते हुए लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की अपील की है. अधिकारियों ने बसुआ पट्टी के पास रात में स्पर का जायजा भी लिया. इधर, वीरपुर में कोसी बराज के 19 फाटक रात में खोले गए जबकि सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक बराज के सारे फाटक खोल दिए गए. भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है.
भारी बारिश की वजह से कोसी नदी नेपाल और बिहार में ऊफनाई हुई है. इसका जलस्तर और बढ़ सकता है. अनुमान लगाया गया है कि शनिवार को कोसी का डिस्चार्ज 7 लाख क्यूसेक के करीब पहुंच सकता है. जो पिछले 56 साल में पहली बार रिकॉर्ड डिस्चार्ज होगा. अगर ऐसा हुआ तो तटबंध के अंदर के इलाकों में तबाही का मंजर दिख सकता है. सुपौल के डीएम ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. हालांकि कोसी तटबंध के अंदर बसे लोग कई जगहों पर इसके लिए तैयार नहीं हो रहे. जिससे प्रशासन के लिए भी चुनौती बढ़ी हुई है.
बता दें कि बिहार में इन दिनों बारिश का दौर जारी है. कोसी-सीमांचल में पिछले कुछ दिनों से बारिश जारी है. जबकि नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही भारी बारिश ने कोसी नदी का ऊफान बढ़ा दिया है. कोसी नदी से तबाही का अंदेशा देखकर जिलों को अलर्ट किया गया है. तटबंधों की निगरानी तेज कर दी गयी है. वहीं तबाही की आशंका से लोग सहमे हुए हैं.