लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. जिसमें महागठबंधन के साथ-साथ अन्य दलों के नेता इस दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए. इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी सीएम आवास पहुंचे. इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री संजय झा भी मौजूद थे. हालांकि बीजेपी ने सीएम की इफ्तार पार्टी से किनारा कर लिया. बीजेपी ने साथ तौर पर इस इफ्तार पार्टी में जाने से इंकार कर दिया.
सीएम नीतीश के सरकारी आवास 1 अण्णे मार्ग पर शुक्रवार यानी की आज इफ्तार पार्टी में तेजस्वी यादव समेत कई नेता पहुंचे. इस इफ्तार में विधायक, मंत्री और अधिकारी शामिल हुए. रोजेदारों के साथ सीएम नीतीश ने इफ्तार की और सामूहिक दुआ में शामिल हुए. सीएम की इफ्तार पार्टी में महागठबंधन के घटक दलों के साथ बीजेपी के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया था. हालांकि बीजेपी की तरफ से कोई नेता नहीं पहुंचा. बीजेपी ने साथ तौर पर कह दिया है कि बिहार जल रहा है और मुख्यमंत्री पार्टी कर रहे हैं. ऐसी पार्टी में बीजेपी का कोई नेता शामिल नहीं होगा.
पार्टी में इबादतदारों के साथ साथ महागठबंधन नेता जुटे. कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों का स्वागत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. हालांकि BJP ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के न्योता को ठुकरा दिया. मुख्यमंत्री ने इबादतदारों के साथ नमाज भी पढ़े हैं. इबादतदारों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी CM तेजस्वी यादव साथ बैठे. कार्यक्रम में पूर्वी CM जीतन राम मांझी के साथ-साथ कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, विधायक नीतू सिंह, आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन समेत कई नेता शामिल हुए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 से ही यहां इफ्तार पार्टी हो रहा है. कोरोना की वजह से दो साल नहीं हुआ. बीजेपी जब साथ में था तो इफ्तार नहीं होती थी क्या? वो लोग भी तो इफ्तार पार्टी करते थे. अलग होने के बाद ये क्या क्या बोलते है.
सीएम नीतीश के सरकारी आवास 1 अण्णे मार्ग पर आयोजित इफ्तार पार्टी में महागठबंधन के सभी नेता, कार्यकर्ता शामिल हुए. इफ्तार के आयोजन के पीछे वोट बैंक की राजनीति को भी वजह माना जा सकता है. वहीं सीएम आवास के बाद 9 अप्रैल को पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर भी पार्टी आयोजित की गई है. 10 सर्कुलर रोड पर दावत-ए-इफ्तार में सभी नेताओं का जुटान होगा. 2022 में इफ्तार पार्टी के बाद बिहार की राजनीति में बड़ा बदवाल आया और महागठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हुआ था.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इफ्तार पार्टी में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था. मुख्यमंत्री आवास में दिए जाने वाले इफ्तार पार्टी की तैयारी पिछले कई दिनों से चल रही थी. नीतीश कुमार जब से बिहार में सत्ता संभाले हैं कोरोना के काल को छोड़ दें तो हर साल इफ्तार पार्टी देते रहे हैं. वहीं 13 अप्रैल को राबड़ी देवी के घर भी इफ्तार पार्टी रखी गयी है. राबड़ी आवास पर पिछले साल भी इफ्तार पार्टी हुई थी, जिसने बिहार की राजनीति की दिशा ही बदल दी.