लाइव सिटीज पटना: बिहारी मजदूरों पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की टिप्पणी को लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी तेज है. इस पर आरजेडी और जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. वहीं अब इस मामले को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. वहीं अब जेडीयू नेता मनीष सिंह ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ पटना में केस दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि भाजपाई मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को बिहार और उत्तरप्रदेश की जनता से माफ़ी मांगना पड़ेगा नहीं तो उन्हें क़ानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा.
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ जदयू नेता मनीष सिंह ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पटना के समक्ष मुकदमा दायर किया. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के समक्ष हर भारतीय को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. देश के किसी भी हिस्से में हम जाकर रह सकते हैं, लेकिन भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अपने प्रदेश में दूसरे राज्य के लोगों को नित्यदिन अपमानित और प्रताड़ित करते रहते हैं. उन्हें लोकतंत्र और संविधान पर भरोसा नहीं है. यह लोग राष्ट्रवाद का पाखंड करते हैं असल में क्षेत्रवाद जातिवाद और धार्मिक उन्माद की बुनियाद पर ही इनकी राजनीति टिकी हुई है.
जदयू नेता ने कहा कि जिस बिहार ने पूरी दुनिया को शून्य दिया, भारत को पहला राष्ट्रपति दिया, सिखों को अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह जी का जहां जन्म हुआ, जहां बुद्ध और महावीर को ज्ञान प्राप्त हुआ, जहां सम्राट अशोक चंद्रगुप्त और बिंबिसार जैसे महान शासक हुए, रामायण लिखने वाले वाल्मीकि भी बिहार से ही थे. दुनिया को सर्जरी का ज्ञान भी बिहार से ही मिला, दुनिया का पहला गणतंत्र बिहार के वैशाली में स्थापित हुआ, ज्ञान की भूमि बिहार के लोगों ने अपने मेधा के बल पर पूरी दुनिया में अपना पहचान बनाया और जो लोग पर्तिस्पर्धा में इनका मुकाबला नहीं कर पाते वो लोग बिहारियों से जलन की भावना रखते हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं. भाजपाई मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को बिहार और उत्तरप्रदेश के जनता से माफ़ी माँगना पड़ेगा नहीं तो उन्हें क़ानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा.
वहीं गोवा के सीएम के विवादित बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर के जरिए जबाव दिया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल जी के बाद अब गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शर्मनाक बयान देकर बिहार और बिहारियों का घोर अपमान किया है. भाजपा और भाजपाई नेताओं को बिहार और बिहारियों से नफरत क्यों है? केंद्र की बीजेपी सरकार बिहार के सभी हकों, वाजिब माँगों व अधिकारों को लेकर सदा नकारात्मक और उदासीन क्यों रहती है?