लाइव सिटीज पटना: विकासशील इंसान पार्टी के (VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. VIP प्रमुख ने इशारों-इशारों में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज पांच किलोग्राम चावल दिए जाने को ही विकास समझ लिया गया है. उन्होंने कहा कि आज संविधान में दिए गए अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है. आज सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है, जो संवैधानिक अधिकारों को छीनने जैसा है.
शुक्रवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि बाबा साहेब की ओर से संविधान में दिए अधिकार के कारण हम लोग आज यहां खड़े हैं. लेकिन आज इस संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने लोगों से जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि हमें संविधान की रक्षा के लिए सजग रहने की जरूरत है. उन्होंने मोदी सरकार का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों-इशारों में केंद्र जमकर पर जमकर हमला बोला.
लोगों को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि समाज का काम मंदिर बनाना है, लेकिन आपके वोट से प्रधानमंत्री बनने वाला शख्स आज मंदिर बनाने में जुटा है. उन्होंने कहा कि आज भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है. साहनी ने कहा कि आज पांच किलोग्राम चावल दिए जाने को ही विकास समझ लिया गया है. उन्होंने कहा कि आज संविधान में दिए गए अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है. इसका एकमात्र कारण है कि हमें संविधान की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि आज सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है. यह भी संविधान में दिए गए, अधिकारों को छीन ना ही है.
मुकेश सहनी ने जाति को लेकर राजनीति करने के आरोप पर कहा कि आज लोग कहते हैं कि साहनी जाति की राजनीति करते है, लेकिन ये कहने वाले सुन लें कि सहनी जाति की नहीं, परिवार की राजनीति करता हूं. उन्होंने कुर्सी का कोई मोह नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि वैसे किसी पावर को मैं लात मारने के लिए तैयार हूं, जिससे मैं अपने समाज के लोगों का विकास नहीं कर सकूं. साथ ही मुकेश सहनी ने संघर्ष का रास्ता अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि संघर्ष के बाद ही मंजिल मिलती है.