लाइव सिटीज पटना: बिहार के सासाराम और नालंदा हिंसा को लेकर सियासत तेज है और नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं. वहीं मंगलवार को एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी इसको लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा कि बिहार की नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार को मालूम था कि नालंदा एक संवेदनशील जिला है. इसके बाद भी गड़बड़ी हुई. ये बिहार में आज जो कुछ हुआ है, उसमें सरासर सरकार पर जिम्मेदारी होती है कि उन्होंने हिंसा को रोका नहीं. वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने अमित शाह के उल्टा लटका देंगे वाले बयान पर जमकर हमला बोला.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिहार की हिंसा के जरिए बीजेपी अपने वोटों का धुर्वीकरण करना चाहती है. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव चाहते हैं कि बिहार के मुसलमानों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया जाए. तेजस्वी यादव के ट्वीट पर ओवैसी ने कहा कि इससे केवल काम नहीं चलेगा. आप सत्ता में हैं, मंत्री हैं, पावर में हैं. अब तक तेजस्वी और नीतीश ने उस मदरसे का दौरा नहीं किया है. अब तक सरकार ने मुआवजे का ऐलान क्यों नहीं किया. अब तक उन पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई जिनकी मौजूदगी में हिंसा हुई. सरकार की पूरी तरह से नाकामी है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश के गृहमंत्री कहते हैं कि उनकी सरकार होती तो वह उल्टा लटका देंगे. मैं पूछना चाहता हूं कि वडोदरा में क्या हुआ. कर्नाटक में इगरिस पासा को जिसने मारा क्या उसको उल्टा लटकाएंगे. कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है, इसके बाद भी इगरिस पासा को रामनगर जिले से अगवा करके 20 लाख रुपये की फरौती मांगी गई. नहीं देने पर पर उसकी लींचिंग कर दी गई. हरियाणा में जुनैद को मार दिया गया. क्या गृहमंत्री मारने वालों को उल्टा लटका देंगे.
बता दें कि बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास जिले के सासाराम और नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हिंसा भड़क उठी थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक 173 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. भाजपा ने इसी वजह से अमित शाह की सासाराम रैली रद्द कर दी. बाद में अमित शाह ने नवादा में जनसभा की. वहीं सासाराम और नालंदा मामले पर पुलिस ने दावा किया कि दोनों शहरों में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.