लाइव सिटीज पटना: आजीवन कैद की सजा काट रहे बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन को नीतीश सरकार ने रिहा करने का आदेश दिया है. आनंद मोहन सिंह समेत 27 कैदियों को जेल से रिहा करने के संबंध में अधिसूचना जारी की गई है. वहीं इस मामले पर सियासत भी तेज है. इस बीच कैमूर जिले के मोहनिया पहुंचे बीजेपी एमएलसी अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आनंद मोहन राजपूत हैं तो हम भी राजपूत हैं, इससे वोट बैंक पर का कोई असर नहीं पड़ेगा.
बीजेपी एमएलसी अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई जिस कानून के तहत हुई है, उस कानून के तहत और भी जो लोग बंद हैं उनके साथ भी एक समान व्यवहार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक लॉ के सामने दो तरह की बातें तो नहीं हो सकती. इस नियम के तहत और लोग जो रिहा हो सकते हैं उनकी रिहाई होनी चाहिए । नियम सबके लिए एक होना चाहिए.
वहीं अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आनंद मोहन राजपूत हैं तो हम भी राजपूत हैं, इससे वोट बैंक पर का कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई से राजपूत वोट बैंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसका 2024 और 2025 के चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं बीजेपी एमएलसी ने कहा कि उनकी रिहाई एक न्यायिक और प्रशासनिक प्रक्रिया है. आगे उसी तरह से काम लिया जाएगा.
बता दें कि पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णेया हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. बिहार सरकार द्वारा जेल नियमों में संशोधन के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया जाएगा, जिसमें उनके सहित 27 दोषियों को रिहा करने की अनुमति दी गई है. आनंद मोहन बीते 11 अप्रैल को ही बेटे की शादी में शामिल होने के लिए जेल से पेरोल पर बाहर आए हैं. वह 15 दिनों के लिए पेरोल पर बाहर हैं.