लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार में अलग-अलग कई विभागों से जुड़ी लोगों की समस्या सुनी. अपनी समस्या लेकर सुगौली से आई एक महिला की बात सुनकर नीतीश कुमार भी चौंक गए. महिला ने कहा कि 2019 में उसके पति की बॉयलर ब्लास्ट में मौत हो गई थी. अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला और न ही कोई कार्रवाई हुई. उसने कहा कि वह करीब 100 बार डीएम और ब्लॉक तक गई लेकिन कोई अधिकारी नहीं सुनता है.
सीएम के सामने यह कहते हुए महिला रोने लगी. उसने कहा- “ससुराल में कोई देखने वाला नहीं है. मैं बहुत गरीब परिवार से हूं. ससुराल में जाती हूं तो वहां से भी मारपीट कर भगा दिया जाता है.” इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारी से इस पूरे मामले पर समझा और शिक्षा विभाग को फोन लगाया. सीएम ने विभाग के अधिकारी से कहा कि इसमें तो प्रावधान है ही तो क्यों नहीं मिल रहा है मुआवजा. कहा कि इसे देख लिया जाएगा.
वहीं इससे पहले एक ही तरह के कई मामले पहुंचे. सीएम के सामने चार से पांच लोग ऐसे पहुंचे जिनके परिजन की मौत कोरोना से हुई है लेकिन उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिल सका है. एक ही तरह की कई समस्याओं को सुनकर नीतीश कुमार अधिकारी पर भड़क गए. नीतीश कुमार ने तुरंत आपदा प्रबंधन के अधिकारी को बुलाया और मामले को देखने के लिए कहा.