लाइव सिटीज, पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से शराबबंदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शराबबंदी को लेकर जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वरिष्ठ अधिकारी देर रात को शराब पीते हैं. मांझी ने कहा बिहार में शराबबंदी नहीं है. नीतीश कुमार में थोड़ा भी नैतिकता है तो बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी लागू करें.
मांझी ने कहा कि शराबबंदी में सिर्फ पिछड़ों, दलितों और गरीब वर्ग के लोगों का शोषण हो रहा है. उन्हें जेल भेजा रहा है. मांझी ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर 70% गरीब अति पिछड़ा वर्ग के लोग ही जेल में बंद हैं. ये लोग ही केस में फंसे हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब लोग पाव भर पी लेते हैं तो पकड़े जाते हैं और बड़े लोग नहीं पकड़े जाते हैं. हम संरक्षक ने कहा कि बड़े-बड़े ठेकेदार, विधायक, मंत्री, जज, कलेक्टर और पुलिस के बड़े-बड़े अधिकारी तक शराब पीते हैं. मांझी ने कहा कि सब बड़े लोग रात में शराब पीते हैं. इन लोगों को कोई नहीं पकड़ता है सिर्फ गरीबों को पकड़ा जाता है.
मांझी ने कहा कि हम लोगों ने कहा था कि शराबबंदी पर समीक्षा होनी चाहिए और गुजरात से सीख लेना चाहिए. बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी लागू करना चाहिए. बता दें कि बिहार में 2016 से ही शराबबंदी कानून लागू है, इसके बावजूद प्रदेश के हर जिले से शराब मिलने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. हाल ही में दरभंगा में DMCH के डॉक्टरों की शराब पार्टी का वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में कई नामी-गिरामी डॉक्टर शराब पी रहे थे.