लाइव सिटीज, मधुबनी: बिहार के मधुबनी में जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर ने 8 नवंबर बुधवार को फुलपरास अनुमंडल के कई गांव का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा और विधान परिषद में जनसंख्या नियंत्रण और महिला शिक्षा को लेकर की गई टिप्पणी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मनोदशा ठीक नहीं है.
प्रशान्त किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है. कई महीनों से नीतीश कुमार बोलना कुछ चाहते हैं, बोल कुछ और जाते हैं. जो उन्होंने फर्टिलिटी पर बात कही है, स्वतंत्र भारत के इतिहास में कोई सिटिंग CM इस तरह की भाषा और इस तरह के उदहारण का प्रयोग विधानसभा के पटल पर किया हो ऐसा आज तक कोई उदाहरण नहीं दिखता.
प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसे बयान से पता चलता है कि नीतीश कुमार की मनःस्थिति क्या है. नीतीश कुमार को या तो समझ नहीं है या वो डेलूजनल हो गए हैं. नीतीश कुमार को समझ में नहीं आ रहा है कि मैं बोल क्या रहा हूं. बिहार की जनता हंस रही है. नीतीश कुमार की राजनीति का अंतिम दौर चल रहा है तो जितना हो सके 4 से 5 महीना खींच कर चलाए. राजनीति में नीतीश कुमार की असंवेदनशीलता को देखा जा सकता है. कभी उलट के दाएं जाते हैं कभी बाएं.
प्रशांत किशोर ने कहा कि आप उनका वक्तव्य उनका भाषण सुनेंगे तो आपको समझ आएगा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के सामने मंच पर दे रहे भाषण के बीच कभी कुर्ता उठा रहे थे, कभी गाल खुजला रहे थे तो कभी बाल बनाते नजर आ रहे थे. सार्वजनिक मंच पर जो एक तौर तरीका होता है वो भी भूल गए हैं. बिहार के छपरा में कईयों की मौत हो गई और ये बेशर्म की तरह पॉकेट में हाथ रख हंसकर कह रहे थे कि जो पीयेगा वो मरेगा. उन्होंने कहा कि हर गांव घर में नीतीश कुमार पर थू-थू हो रहा है.