लाइव सिटीज, पटना: “ठाकुर विवाद” को लेकर बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है। ठाकुर Vs ब्राह्मण की इस लड़ाई में सियासी दिग्गजों की तरफ से लगातार बयानबाजी जारी है। बीजेपी भी इस लड़ाई में कूद पड़ी है। हालांकि NDA में शामिल ‘हम’ पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने अलग सुर अख्तियार कर लिया है।
जीतन राम मांझी ने राज्यसभा सांसद मनोज झा का समर्थन किया है और कहा है कि संसद में महिला आरक्षण विधेयक को लेकर हुई बहस में उन्होंने सिर्फ मशहूर कवि ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविता का जिक्र किया था। उन्होंने किसी जाति विशेष पर टिप्पणी नहीं की थी।
इसके साथ ही जीतन राम मांझी ने कहा कि कि उन्होंने मन के ठाकुर की बात कही थी, इसमें कुछ भी गड़बड़ बात नहीं है। वहीं, पूर्व सांसद आनंद मोहन के आरोपों पर जीतन राम मांझी ने कहा कि किसी भी बात को अपनी जाति से जोड़ना उचित नहीं है, वो जाति का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। ठाकुर-राजपूत एक ही है। हमारे-आपके मन में जो ठाकुर बैठा है, उनके बारे में मनोज झा ने कहा है कि…नहीं कि किसी जाति विशेष के बारे में कहा है।