लाइव सिटीज पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. महागठबंधन के नेता जहां इस बैठक को ऐतिहासिक बता रहे हैं. वहीं पटना में हुई बैठक के बाद बीजेपी लगातार तंज कस रही है. BJP लगातार यह सवाल खड़ी कर रही है कि विपक्षी एकता की बैठक में बाराती तो आए लेकिन दूल्हे का कही कोई अता-पता नहीं है. जिस पर बिहार सरकार के मंत्री ने प्रतिक्रिया दी है.
राजद नेता व मंत्री आलोक मेहता ने कहा है कि विपक्षी एकता की बैठक से BJP में घबराहट है. इसलिए अनाप शनाप बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि किस एंगल से यह बैठक बीजेपी को सफल नहीं दिख रही है. जो कुछ भी हो रहा है डेमोक्रेटिक प्रोसेस में हो रहा है. जो देश के प्रजातंत्र के लिए अच्छी बात है।
वहीं BJP लगातार यह सवाल खड़ी कर रही है कि विपक्षी एकता की बैठक में बाराती तो आए लेकिन दूल्हे का कही कोई अता-पता नहीं है. इसपर मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि सारी पॉलिसी अभी ही बता दें क्या? फिर उसका क्या मतलब निकलेगा जो प्रोसेस में है. सब कुछ ट्रांसपेरेंट है. वही गृह मंत्री के फोटो सेशन वाले बयान पर आलोक मेहता ने कहा कि अमित शाह का जवाब हमारे पास नहीं है. विपक्ष अपने रास्ते पर काम कर रहा है.
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए विपक्षी दलों की महाबैठक हुई. इस बैठक में 15 दलों के 30 से ज्यादा विपक्षी नेता शामिल हुए. इस मीटिंग में आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने की साझा रणनीति पर मंथन किया गया. विपक्षी दलों का ये महामंथन करीब 4 घंटे तक चला.