लाइव सिटीज पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीजेपी विरोधी दलों की बैठक हुई. बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं ने साझा बयान जारी किया. इस दौरान सभी नेताओं ने एक सुर में बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. वहीं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पटना से दिल्ली पहुंचते ही पलट गए. दिल्ली पहुंचकर AAP ने स्टेटमेंट जारी कर कांग्रेस को केंद्र सरकार के अध्यादेश पर अपना रुख साफ करने को कहा है. पार्टी ने कहा कि जब तक कांग्रेस अपना रुख साफ नहीं करती तब तक आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ किसी बैठक में शामिल नहीं होगी.
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि जब तक 31 राज्यसभा सांसदों वाली कांग्रेस पार्टी सार्वजनिक रूप से इस अध्यादेश का विरोध नहीं करेगी तब तक आम आदमी पार्टी के लिए भविष्य में होने वाली ऐसे बैठकों में (जहां कांग्रेस हिस्सा ले रही हो) वहां हिस्सा लेना मुश्किल होगा. बैठक में मौजूद 15 पार्टियों में से 12 पार्टियों के राज्यसभा में सांसद हैं. इन 12 पार्टियों में से 11 पार्टियों ने अध्यादेश पर अपना स्टैंड साफ कर दिया है और अध्यादेश का विरोध करने का फैसला किया है, केवल कांग्रेस ने अपना स्टैंड साफ नहीं किया है.
पार्टी की ओर से कहा गया है कि कांग्रेस हर मुद्दे पर स्टैंड लेती है लेकिन काले अध्यादेश पर अभी तक उसने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की. हालांकि कांग्रेस की दिल्ली और पंजाब यूनिट ने घोषणा की है कि उनको इस मुद्दे पर केंद्र सरकार का समर्थन करना चाहिए. शुक्रवार को पटना की बैठक में कई पार्टियों ने कांग्रेस से कहा कि वह इस पर अपना स्टैंड स्पष्ट करें, विरोध करें लेकिन कांग्रेस ने नहीं किया. कांग्रेस की खामोशी उसकी नियत पर सवाल उठा रही है, जबकि निजी बातचीत में कांग्रेस नेता बताते हैं कि उनकी पार्टी वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रह सकती है, जिससे बीजेपी को फायदा होगा. आप ने यह कहा है कि कांग्रेस तय करेगी वह दिल्ली के लोगों के साथ है या केंद्र सरकार के साथ.
बता दें कि बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में महाजुटान हुआ. सीएम नीतीश कुमार के आवास पर करीब पौने चार घंटे तक विपक्ष की बैठक चली. बैठक में नीतीश को गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई है, लेकिन फैसला अगली बैठक में होगा. बैठक खत्म होने के बाद विपक्षी नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें नेताओं ने कहा कि अगली बैठक जुलाई में शिमला में होगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में दूसरी बैठक होगी.