लाइव सिटीज पटना: भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के गिरने पर सियासत तेज है. इसको लेकर बीजेपी और महागठबंधन सरकार आमने सामने है. बीजेपी इस पुल के टूटने को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर नीतीश सरकार पर हमला बोल रही है तो वहीं वर्तमान पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव बीजेपी के आरोपों को बेवजह बता पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठा जांच की बात कह रहे हैं.
भागलपुर में निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले पर केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने बताया कि 12 साल हो गए अभी तक पुल नहीं बना, जहां 1 साल में दो-दो बार पुल टूटा. चौबे ने चाचा भतीजे पर तंज कसते हुए कहा कि चाचा कहते हैं देर हो रहा था तो टूटना ही था. इसका जिम्मेदार कौन है? अश्विनी चौबे ने आरोप लगाया कि इसके लिए पूरी तरह चाचा भतीजा ही जिम्मेवार है, अगर नैतिकता है तो वह त्यागपत्र दे दें और नहीं तो सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंप दें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
वहीं पुल गिरने की घटना को लेकर जब केन्द्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को घेरा तो डिप्टी सीएम ने भी करार जवाब दिया. तेजस्वी ने कहा कि मामले की जांच हो रही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. जो पुल की राशि होगी वह कॉन्ट्रैक्टर को देना होगा. सीबीआई जांच पर तेजस्वी ने कहा कि आईआईटी रुड़की पहले ही जांच कर रही है. अब CBI वाले इंजीनियर तो है नहीं. उन्होंने कहा कि इंजीनियर्स को हटाया गया है, कॉन्ट्रैक्टर पर भी कार्रवाई होगी. हमें पहले ही इसपर शक था. नए सिरे से पुल का निर्माण कराया जाएगा. हमारी कोशिश है कि यह निश्चित समय सीमा के अंदर कार्य पूरा हो.
बता दें कि भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे पुल के टूटने पर सियासत तेज है. बीते रविवार (4 जून) को पुल का तीन पाया गंगा नदी में गिरने के बाद बीजेपी लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है और सीबीआई जांच की मांग कर रही है. वहीं गंगा नदी पर बन रहे महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर गिरने के मामले में नीतीश सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है. पुल गिरने के मामले में इस पुल का निर्माण करने वाली सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस जारी किया गया है. वहीं कार्यपालक अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिय़ा गया है.