लाइव सिटीज पटना: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता के लिए अलग-अलग राज्यों का दौरा कर नेताओं से मिल रहे हैं. वहीं इसको लेकर बयानबाजी जारी है. बीजेपी जहां सीएम पर निशाना साध रही है तो आरजेडी और कांग्रेस इसकी वकालत कर रही है और देश के लिए जरूरी बताने में लगी है. कांग्रेस के बिहार अध्यक्ष और सांसद अखिलेश सिंह ने कहा है कि नीतीश के प्रयास की हम सराहना करते हैं.
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता के लिए अलग-अलग राज्यों का दौरा कर नेताओं से मिल रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की है. कांग्रेस पार्टी ने मुलाकात को सकारात्मक रूप में लिया है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भी माना कि बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक फोरम में आना होगा.
अखिलेश सिंह ने कहा है कि हमारे साथ 17-18 दल हैं जबकि भाजपा के साथ बहुत कम दल बचे रह गए हैं. हम नीतीश के प्रयास की प्रशंसा करते हैं. यह अच्छी मुहिम है. बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ जो भी देश में राजनीतिक पार्टियां हैं, सबकी गोलबंदी होनी चाहिए, एक साथ चुनाव लड़ना चाहिए ताकि बीजेपी को अपदस्थ किया जा सके. देश और देशवासियों के साथ मोदी सरकार ने वादा खिलाफी की है. नीतीश का प्रयास सराहनीय है. बीजेपी को अपने गिरेबां को झांकना चाहिए. शिवसेना, अकाली दल, जदयू सब आज साथ नहीं है. कांग्रेस का कुनबा बढ़ता जा रहा है.
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को धार देने में लगे हुए हैं. बीते दिनों दिल्ली में विपक्षी दलों के कई नेताओं से मुलाकात की थी. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मिले और यूपी जाकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मिले थे. वहीं अब सीएम नवीन पटनायक को साधने में लगे हुए हैं. नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता को मूर्त रूप देने के लिए पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी के अलावा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी और डी राजा सरीखे नेताओं से मुलाकात की थी.