लाइव सिटीज पटना: कांग्रेस सासंद राहुल गांधी को 2019 में दर्ज ‘मोदी सरनेम’ वाले आपराधिक मानहानि के मामले में गुजरात के सूरत की जिला कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया. इस फैसले के 27 मिनट बाद कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया. जिसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है. राजद नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी राहुल गांधी के समर्थन में उतरे हैं. तेजस्वी यादव का कहना है कि बीजेपी ने राहुल गांधी को घिनौने षड़यंत्र में फंसाया है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर राहुल गांधी का समर्थन किया है. ट्वीटर पर उन्होंने लिखा है कि चक्रव्यूह रच विपक्षी नेताओं पर ED, IT, CBI से दबिश करवाओ फिर भी बात ना बने तो घिनौने षडयंत्र के अंतर्गत विभिन्न शहरों में आधारहीन मुकदमे करवाओ ताकि हैडलाइन मैनेजमेंट में कोई कोर कसर ना रह जाए. यह संविधान, लोकतंत्र, राजनीति और देश के लिए अतिगंभीर चिंता का विषय है.
इससे पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि गैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों को खत्म करने की साजिश हो रही है. कांग्रेस से मतभेद है, लेकिन राहुल गांधी को इस तरह से मानहानि के मुकदमे में फंसाना ठीक नहीं है. हम अदालत का सम्मान करते हैं, लेकिन इस फैसले से असहमत हैं. वहीं जेएमएम नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि न्यायिक व्यवस्था पर पूरा विश्वास रखते हुए भी मानहानि मामले में राहुल गांधी जी को सजा के निर्णय से असहमत हूँ.
बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि क्यों सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही होता है? इस मामले में जब फैसला सुनाया गया, तब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सूरत जिला न्यायालय में मौजूद रहे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि कोई उन्हें जो सजा देगी, वो उन्हें मंजूर होगी. राहुल के इस विवादित बयान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पुरनेश मोदी ने याचिका दायर की थी.