लाइव सिटीज पटना: बिहार के सारण जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव में बंधक बनाकर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई के मामले में तनाव पसरा हुआ है. वहीं सोशल मीडिया पर जाति को लेकर भड़काने वाले पोस्ट पर रोक लगाने के लिए सारण में आठ फरवरी तक सभी सोशल साइट्स को बंद कर दिया गया है. बिहार सरकार के गृह विभाग के आदेश पर आठ फरवरी रात 11 बजे तक सेवा ठप रहेगी. इसको लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेर रही है. वहीं बीजेपी के आरोपों पर सोमवार को आरजेडी और जदयू ने करारा जवाब देते हुए कहा कि समाज में जहर फैलाने की कोशिश, पुलिस ने इस मामले पर तुरंत एक्शन लिया था.
छपरा मामले पर सरकार पर लग रहे आरोप के जवाब में जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज ने कहा कि यह दर्दनाक पीड़ा जनक और कानून को चुनौती देने वाली घटना है. अपराधी की गिरफ्तारी हुई है. कुछ बचे हैं, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बंद कमरे में जिस तरह से वीभत्स घटना को अंजाम दिया गया, यह समाज में जहर फैलाने की कोशिश है. नीरज ने कहा कि आरोपी किसी जाति और समुदाय का हो यदि गुंडागर्दी और अपराध करेगा और राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करेगा तो उसकी राजनीति में भी कमर तोड़ी जाएगी. बीजेपी के जंगलराज लौटने के आरोप पर नीरज ने कहा कि कोई कार्रवाई नहीं हुई क्या, या बीजेपी ने FIR करायी थी. उन्होंने कहा कि पुलिस को जब जानकारी मिली तुरंत एक्शन लिया गया. पुलिस ने एक्शन लिया तब तो गिरफ्तारी हुई है.
वहीं आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि बीजेपी इस घटना को जातीय रंग न दे. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शक्ति यादव ने कहा कि बीजेपी और उसके नेता मेंटल हैं. क्या वे लोग जांच एजेंसी हैं? वे लोग कैसे तय कर सकते हैं कि कौन दोषी और कौन पीड़ित है? बीजेपी इसको राजपूत बनाम यादव हीं बनाए. मधुबनी में रावण सेना ने पांच राजपूतों को मार दिया था तब बीजेपी चुप क्यों थी? तब जातीय रंग देने की कोशिश क्यों नहीं की? आरजेडी में एक से एक सवर्ण नेता रहे. रघुवंश प्रसाद, रूप नारायण झा, सीताराम सिंह, राघवेंद्र प्रताप और कपिल बाबू ये आरजेडी के ही नेता थे.
वहीं एनडीए बीजेपी नेता पूर्व मंत्री नीरज बबलू ने कहा है कि महागठबंधन सरकार में जानबूझकर जाति विशेष को टारगेट किया जा रहा है. सुनियोजित तरीके से छपरा में विशेष जाति पर हमला किया गया है. 1990 से 2005 तक लालू राज में लालू के कहने पर ‘भूरा बाल’ को साफ किया गया. अब महागठबंधन सरकार में आरजेडी की वजह से फिर यह शुरू हो गया है. छपरा कांड में मुख्य अभियुक्त मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उसके घर पर बुलडोजर चलना चाहिए. महागठबंधन सरकार में सवर्णों को टारगेट किया जा रहा है. हत्या की जा रही है.
बता दें कि छपरा में मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में कल हुए उपद्रव के बाद पुलिस अलर्ट पर है. बिहार पुलिस के एडीजी सुनील खोपड़े स्वयं प्रभावित गांव का दौरा करने पहुंचे और वहां पीड़ितों से बात की. सुशील खोपड़े ने डीएम और एसपी से भी हालात की जानकारी ली और दोषियों को जल्द पकड़ने का निर्देश दिया. एडीजी सुशील खोपड़े ने सोशल मीडिया के जरिए भ्रामक पोस्ट डालने वाले लोगों को भी चेतावनी दिया और कहा कि उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई शुरू हो जाएगी. बतातें चलें कि तीन युवकों का हाथ-पैर बांधकर पिटाई करने के आरोपी मुखिया के घर पर उग्र भीड़ द्वारा हमला करने और आगजनी के बाद छपरा के मुबारकपुर गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. गांव में धारा 144 लगाई गई है.