लाइव सिटीज, पटना: लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है. इसमें तेजस्वी को भी आरोपी बनाया गया है।तेजस्वी अपने मंत्रालयों के विषयों पर जवाब रहे थे। इस दौरान बीजेपी के विधायक सीधे वेल में पहुंच गए।पोस्टर दिखाकर विरोध करने लगे। बीजेपी विधायक तेजस्वी के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं। स्पीकर ने मार्शल को बीजेपी विधायकों से पोस्टर लेने के लिए कहा। बीजेपी विधायक वेल में रखी कुर्सी को उठाकर उछालने लगे। हंगामे के दौरान बीजेपी के विधायकों ने ना केवल वेल में रखी हुई कुर्सियों को इधर-उधर फेंका बल्कि कुर्सी को भी तोड़ दिया।
भारतीय जनता पार्टी डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। बीजेपी द्वारा लगातार इस्तीफे की मांग किए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने आज बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि छह साल में क्या हुआ, वो भगवान ही जानता है लेकिन जब मेरे ऊपर साल 2017 में भी चार्जशीट था और जब हम फिर से डिप्टी सीएम की शपथ ले रहे थे, तब बीजेपी ने शपथ लेने से मना नहीं किया कि मत लो। अब ओथ ले लिए हैं तो बोल रहे हैं कि शपथ क्यों ले लिया। पहले ही न मना करना चाहिए था।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि अगुवानी घाट पुल मामला अभी कोर्ट में है। अगुवानी घाट में जब पहली बार पुल गिरा तो सबसे पहले मैंने ही सवाल उठाया था और तब रिपोर्ट आयी तो मेरी ही सरकार ने उसपर कार्रवाई की। उस पुल को तोड़ा गया। कई बार हमने इसकी समीक्षा की और कार्रवाई की गई।
तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि मेरे आने के बाद इंजीनियर को भी बदला गया। पुल निगम के चेयरमैन को भी हटाया गया। लेकिन जब पहली बार पुल गिरा था, जब बीजेपी के मंत्री थे तो इन्होंने क्या कार्रवाई की थी। एक इंजीनियर को भी नहीं बदला था।