लाइव सिटीज, पटना: राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो गई है. विपक्षी दल के सभी नेता संयुक्त रुप से संवाददाता सम्मेलन की. इस बैठक में 15 दल के 27 नेता हुए शामिल हुए. इन नेताओं के नाम है मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, नीतीश कुमार , लालू प्रसाद यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी , हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, आदित्य ठा- करे, महबूबा मुफ्ती, भगवंत मान, अखिलेश यादव, केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया सुले, मनोज झा, फिरहाद हकीम, प्रफुल्ल पटेल, राघव चड्ढा, संजय सिंह, संजय राऊत, ललन सिंह, संजय झा, सीताराम येचुरी उमर अब्दुल्ला, टीआर बालू, दीपंकर भट्टाचार्य, ते- जस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ ब्रायन एमके स्टालिन, और डी राजा हैं.
इस दौरान बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी की तानाशाही के खिलाफ हम सभी लोग एक साथ हैं. यह बैठक पटना में करने के लिए मैंने ही कहा था. क्योंकि जो आंदोलन पटना से शुरू होता है वह जनआंदोलन का रुप धारण करता है. इसी कारण हम सभी लोगों ने पटना में यह बैठक की है.
आगे उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं, साथ में लड़ेंगे, शिमला में अगली मीटिंग होगी. पटना से जो शुरू होता है वह जन आंदोलन का रूप ले लेता है. हमें विपक्ष मत बोलिए, हम भी देश के नागरिक हैं, देशभक्त हैं, मणिपुर हिंसा से हमें भी तकलीफ होती है. बीजेपी का तानाशाही रवैया है. क्या नहीं किया गया. जिस सरकार को जनता ने चुना था उसे वैकल्पिक सरकार बना दिया गया. हमें बिना बताए हमारे राज्य का फाउंडेशन डे कर दिया गया.
साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि अगर बीजेपी के खिलाफ कोई कुछ बोलता है तो उसके खिलाफ ईडी और सीबीआई की कार्रवाई की जाती है. छुपे रुस्तम की तरह कोई ना कोई केस कराकर कार्रवाई करायी जाती है. लेकिन बेरोजगारी, आम जनता, आर्थिक स्थिति, दलितों पिछड़ों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. ऐसे में हम सब ने बीजेपी के खिलाफ साथ आकर लड़ने का फैसला लिया है.