लाइव सिटीज, पटना: आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर अब 8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी…बिहार सरकार ने ऑरिजनल कागजात जमा करने को लेकर कोर्ट से समय मांगा है,जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई की अगली तिथि 8 अगस्त को तय की है.इस दिन बिहार सरकार को पूरे मामले से जुड़े ऑरिजनल कागजात जमा करने होंगे
बताते चलें कि आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ गोपालगंज के पूर्व डीएम जी.कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.इस याचिका पर पहली सुनवाई 8 मई को थी थी.उस दिन कोर्ट ने आनंद मोहन और बिहार सरकार को नोटिस जारी की थी.आज की सुनवाई में बिहार सरकार ने कागजात जमा करने को लेकर अतिरिक्त समय की मांग की जिसको कोर्ट ने मंजूर कर लिया है.
पिछले महीने बिहार सरकार ने जेल नियमावली में बदलाव करते हुए उस नियम को हटा दिया था, जिसमें सरकारी अफसर की हत्या के दोषियों के लिए बना था. इससे सरकारी अफसर या आम व्यक्ति दोनों की हत्या के दोषियों को एक समान माना जाने लगा. इसी आधार पर राज्य सरकार की ओर से आनंद मोहन समेत 27 कैदियों की रिहाई का आदेश जारी हुआ. 27 अप्रैल को पूर्व सांसद सहरसा जेल से रिहा हुए. वे डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड में 14 साल से ज्यादा की सजा काट चुके हैं.
अधिकारी जी. कृष्णैया 1994 में जब गोपालगंज के डीएम थे, तब उनकी मुजफ्फरपुर जिले में भीड़ ने पीट- पीटकर हत्या कर दी थी. आनंद मोहन और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप लगा था. इस केस में अदालत ने आनंद को फांसी की सजा सुनाई थी. हालांकि, 2008 में पटना हाईकोर्ट ने उनकी सजा को फांसी से उम्रकैद में बदल दिया था.