लाइव सिटीज, गया: पंजाब के लुधियाना में गैस लीक की घटना में बिहार के सात लोगों की मौत हो गई थी. इसमें गया के एक ही परिवार के पांच लोग शामिल थे. लुधियाना में हुई घटना में डॉक्टर कविलास यादव सहित उनका परिवार एक पल में खत्म हो गया. लुधियाना प्रशासन द्वारा सोमवार (1 मई) की देर रात सभी शवों को लाया गया. एक ही चिता पर सबका अंतिम संस्कार किया गया. यह देखकर पूरा गांव रो पड़ा.
वहीं, सोमवार की देर रात को परिवार के पांच सदस्यों के शव पंजाब के लुधियाना से गया को लाया जा रहा था तो रात में शव आने की जानकारी होते ही पूरे गांव के लोग पहले से ही घंटो से इंतजार मे थे. जब एंबुलेंस से पांच शव रात में मंझियावां धनु बीघा गांव लाया गया तो माहौल और भी गमगीन हो गया.
रविवार को इस घटना की जानकारी गया के आंती थाना अंतर्गत मझियांवां धनु बीघा गांव में पहुंची तो मृतक के परिजनों के बीच कोहराम मच गया था. मातम का माहौल यह है कि पिछले रविवार से यहां के अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले हैं. वहीं, एक घर से 5 अर्थी के उठने के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
रविवार की अहले सुबह पंजाब के लुधियाना में जहरीली गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें गया के रहने वाले एक ही परिवार के 5 सदस्य शामिल थे. मृतकों में बिहार के गया जिला के आंती थाना अंतर्गत मंझियावां टोला धनु बीघा के कविलाश यादव 40 वर्ष, पत्नी अनुला कुमारी 38 वर्ष, पुत्र अभय नारायण 12 वर्ष, पुत्र आर्यन कुमार (8 वर्ष) और पुत्री कल्पना कुमारी (13 वर्ष) शामिल थे. यह घटना पंजाब के लुधियाना अंतर्गत ग्यासपुर इंडस्ट्रियल एरिया के नजदीक हुआ था. डॉक्टर परिवार के 5 सदस्य के शव घर में पड़े मिले थे. जहां जहरीली गैस का रिसाव हुआ था वहीं पर इनका आवास था. बताया जाता है कि कविलाश यादव 20 साल से लुधियाना में रहते थे.