लाइव सिटीज, पटना: बिहार में यूरिया की क़िल्लत को लेकर कृषि विभाग ने दी सफ़ाई है. कृषि विभाग के सचिव ने कहा कि केंद्र की सरकार से मांग के अनुरूप है. मात्र 68 प्रतिशत ही आवंटन हुआ है. अक्टूबर से जनवरी तक मांग के अनुरूप दस लाख तीन हज़ार मैट्रिक टन यूरिया के अनुरूप सतर हज़ार एक सौ पांच मैट्रिक टन की आपूर्ति हुई है.
आगे उन्होंने कहा कि कालाबाजारी रोकने के लिए ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है.अभी तक कुल 208 दुकानों का लाइसेंस रद्द किया जा है. सभी डीएम को करवाई करने और निगरानी का निर्देश दिया गया है. बक्सर सहित कई जिलो में हो रही यूरिया को लेकर लाठी चार्ज को लेकर कृषि सचिव एन श्रवणन ने कहा कि अफ़वाह के कारण इस तरह की घटना हुई है.
आपको बता दें की बिहार में यूरिया की क़िल्लत को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बयानबाजी है. दरअसल, केंद्रीय कृषि और किसान राज्यमंत्री किशोर चौधरी ने 5 जनवरी को मुंगेर में आयोजित कृषि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि बिहार को मिलने वाले खाद की कालाबाजारी की जा रही है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने कहा था कि केंद्र सरकार से मिलने वाली खाद को नेपाल और बांग्लादेश भेजा जा रहा है. इसके बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आंकड़े पेश करते हुए खाद के मामले में केंद्र सरकार पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि केंद्र की पूरी सरकार जुमलेबाज़ है.
वहीं, ललन सिंह के बयान पर बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया से लोकसभा सांसद डॉ संजय जायसवाल ने महागठबंधन सरकार को बिहार विरोधी करार दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में आज की तारीख में भी उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार के किसान विरोधी रवैया की वजह से खाद की कृत्रिम किल्लत पैदा की जा रही है. डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में आज 69 हजार एमटी (MT) यूरिया उपलब्ध है जबकि, डीएपी (DAP) 1.09 लाख एमटी उपलब्ध है.