लाइव सिटीज, पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 73 लोगों की मौत होने के बाद पटना से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमा गई है. खासकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम के छपरा दौरे को लेकर भाजपा और महागठबंधन के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. भाजपा के नेता सदन के बाहर और अंदर एक स्वर में नीतीश सरकार को घेरने में लगे हैं. वहीं महागठबंधन के नेता नीतीश सरकार के बचाव के साथ-साथ मानवाधिकार आयोग के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि एनएचआरसी की टीम दिल्ली से केंद्र सरकार के एक एजेंडा के तहत बिहार पहुंची हुई है
मानवाधिकार की टीम दिल्ली से केंद्र सरकार के एक एजेंडा के तहत बिहार पहुंची हुई है. मध्यप्रदेश में भी जहरीली शराब कांड से लोग मरे हैं जबकि वहां शराबबंदी नहीं है फिर भी वहां मानवाधिकार आयोग की टीम नहीं गई और यह टीम बिहार दौरे पर आई है.
तेजस्वी यादव ने कहा एक जगह से एजेंडा फिक्स हो जाता है कि इनको बदनाम करना है. अभी भी स्टिंग ऑपरेशन करियेगा तो फिर शराब मिलेगा. स्टिंग ऑपरेशन करने से किसी को मना थोड़े न किया है. किसी भी राज्य में चले जाइये 100 फीसदी कोई ठीक नहीं होता है.
एनएचआरसी के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मानवाधिकार आयोग की यह टीम अपने मर्जी से नहीं आई है. बल्कि केंद्र सरकार के इशारे पर भेजी गई है. एनसीआरबी का रिपोर्ट जब जारी हुआ उस समय प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में थी. केंद्र में भी उसकी ही सत्ता है और यह केंद्रीय टीम है. ऐसे में भाजपा के लोग आज जो सवाल उठा रहे हैं. पहले वह यह देखें कि उनके मंत्री नित्यानंद राय ने एनसीआरबी की रिपोर्ट को लेकर सदन में क्या बोला है.