लाइव सिटीज, पटना: सीएम नीतीश कुमार के कैबिनेट मंत्री बिहार जैसे पिछड़े और गरीब राज्य के अपने विभागों को लूट कर सभी अखबारों में करोड़ों-करोड़ के फुल पेज विज्ञापन दे रहे है।
आश्चर्यजनक है कि यह विज्ञापन नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, बिहार सरकार तथा सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की तरफ़ से आधिकारिक विज्ञापन नहीं बल्कि कैबिनेट के 5 मंत्रियों की तस्वीरों के साथ बिना किसी निवेदक के जारी किया है।
यह विज्ञापन टूटते पुलों से प्राप्त कमीशन, जमीन सर्वे, स्मार्ट मीटर तथा थानों और ब्लॉक कार्यालयों में सरकारी भ्रष्टाचार के माध्यम से अर्जित अवैध काली कमाई एवं अवैध धन शोधन से दिया जा रहा है। यह विज्ञापन भी नहीं बल्कि नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार का विवरण और शंसापत्र है।
ट्रांसफ़र-पोस्टिंग के नाम पर तथा पुल-पुलिया और सड़क बनाने में अभियंताओं से कमीशन लो और फिर उसी काली कमाई व धन-शोधन से अभियंताओं को अभियंता दिवस की बधाई दो! CM और उनके मंत्री अभियंताओं और ठेकेदारों से कमीशन लेते है तभी तो घटिया क्वालिटी के पुल गिरते है?