लाइव सिटीज, पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नियोजित शिक्षकों को सरकारी टीचर बनाने के फैसले पर नीतीश पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब वो खुद सीएम थे तब उन्होंने नियोजित शिक्षकों के पक्ष में उन्हें सरकारी करने के लिए फैसला लिया था. लेकिन उस फैसले को नीतीश सरकार ने ही रद्द कर दिया था. उस समय नीतीश ने बताया था कि ये फैसला गलत है. लेकिन जिस तरह से आज नियोजित शिक्षकों के पक्ष में कैबिनेट ने मुहर लगाई है, उससे ये साबित हो गया कि उनका हर फैसला राज्य के हित में था.
जीतनराम मांझी ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला तो मैंने अपनी सरकार में ही ले लिया था, पर उस वक्त नीतीश कुमार ने उस फैसले को गलत बताकर रद्द कर दिया था. नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर आज एक बार फिर CM ने बता दिया कि मेरा हर फैसला राज्यहित में था
बता दें कि मंगलवार को बिहार सरकार की नीतीश कैबिनेट ने नियोजित शिक्षकों के पक्ष में बड़ा फैसला लिया है. कैबिनेट ने नियोजित शिक्षक नियमावली 2023 को मंजूरी देकर सभी को राज्यकर्मी बनाने का रास्ता तैयार कर लिया है. नयी नियमावली के तहत अब नियोजित शिक्षक विशिष्ठ शिक्षक कहे जाएंगे.