लाइव सिटीज, कैमूर: आरजेडी विधायक और बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को किसान नेता राकेश टिकैत का साथ मिल गया है. शनिवार को जहां बिहार में पक्ष विपक्ष के नेता लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव को लेकर हमलावर थे. वहीं किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. इस महापंचायत में सुधाकर सिंह और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कैमूर पहुंचे थे. यहां उन्होंने किसानों के हक में आवाज बुलंद की. राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह भारतमाला एक्सप्रेस वे के तहत किसानों के जा रहे जमीन का मुआवजा को लेकर हो रहे आन्दोलन में शामिल हुए.
दरअसल कैमूर जिले के 5 प्रखंडों के 50 गांव के किसान इस एख्सप्रेसवे से प्रभावित हो रहे हैं. उन किसानों की आवाज उठाने के लिए राकेश टिकैत और सुधाकर सिंह पहुंचे थे.
नीतीश सरकार में कृषि मंत्री रहते किसानों की हक के लिए मोर्चा खोलने वाले आरजेडी के विधायक सुधाकर सिंह भी शामिल हुएरहे हैं. राकेश टिकैत एक ट्रैक्टर पर बैठे नजर आए. कैमूर पहुंचे सुधाकर सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत ने देश के प्रधानमंत्री को किसानों के मुद्दे पर घुटने पर लाने का काम किया था. बिहार में 17 सालों से बेईमानों की सरकार है. सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में कोई ऑफिस नहीं है जहां बिना घूस दिए काम होता
किसान नेता सुधाकर सिंह ने कहा कि एक समय था कि कैमूर आना अधिकारियों के लिए काला पानी की सजा की तरह था. लेकिन अब भ्रष्ट अधिकारी यहां एक करोड़ रुपए देकर कैमूर आना चाहते हैं. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा सरकार किसानों के जमीन को औने पौने दाम पर खरीद कर उन्हें मजदूर बनाना चाहती है. किसान अपनी जमीन नहीं बेचेंगे फसलों को बेचकर ही हम लोग अपना काम चलाएंगे.
टिकैत ने कहा कि अगर किसानों की मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज होगा. इसके साथ ही राकेश टिकैत ने मंडी कानून लागू करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि राज्य में मंडी कानून लागू होगा नहीं तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेगा