लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को भी चर्चा जारी है. कांग्रेस की तरफ से पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सरकार के खिलाफ सदन में बोल रहे हैं. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत सभापति ओम बिरला से माफी मांगकर की. उन्होंने कहा, “पिछली बार सदन में अडानी पर फोकस करने की वजह से आपके सीनियर नेता को कष्ट हुआ और उससे आप को भी कष्ट हुआ. इसलिए मैं आपसे माफी मांगता हूं.” उन्होंने कहा कि आज में अडानी पर चर्चा नहीं करूंगा. आज में दिमाग से नहीं बल्कि दिल से बोलना चाहता हूं और मैं आज आप लोगों पर हमलावर नहीं रहूंगा…रिलैक्स कर सकते हैं.”
उन्होंने खुद को भेड़िया बताते हुए कहा, “अपने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुझे जो शारीरिक कष्ट होने लगा, उससे मेरा अहंकार खत्म हो गया. एक भेड़िया अचानक चिंटी बन गया. मैने जिस अहंकार के साथ भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, वो खत्म होने लगा था. तभी एक छोटी बच्ची आकर अपनी चिट्ठी मुझे दी, जिसमें लिखा था कि तुम चलो मैं तुम्हारे साथ हूं. उस बच्ची ने अपनी शक्ति मुझे दे दी. इसके बाद मैं सभी से मिलता था और जो मेरे पास आता था, वो अपनी और मैं अपनी परेशानी एक-दूसरे को बताता था. मैं जनता की आवाज सुनने लगा था.”
राहुल ने कहा, “एक दिन मेरे पास किसान आया, हाथ में रूई थी. किसान ने मुझे रूई का बंडल मेरे हाथ में दिया और कहा कि यही मेरे हाथ में बचा है. मैने जब उससे बीमा का हाथ पूछा तो, उसने कहा कि नहीं राहुल जी, मुझे बीमा का पैसा नहीं मिला. भारत के बड़े उद्योगपतियों ने वो मुझसे छीन लिया. किसान के दिल का दर्द, मेरे दिल में आया.” राहुल ने कहा कि भारत एक आवाज है और अगर हम उस आवाज को सुनना चाहते हैं तो हमें अहंकरा खत्म करना होगा.