लाइव सिटीज, पटना: बिहार में जहरीली शराब से मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बताया जा रहा है कि छपरा में अब जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गयी है. वहीं दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. इस मामले पर बिहार विधानसभा में कार्रवाही के दौरान सता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हमगामा हुआ. वहीं इस मामले में सीएम नीतीश और विजय सिन्हा कि बीच बहस हो गई. जिसके बाद सदन की कार्रवाही स्थगित कर दी गई.
वहीं इसपर बिहार सरकार में मंत्री रहे राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि, बिहार में शराबबंदी सिर्फ कागजों पर लागु है. बिहार में शराब किसी दिन या किसी भी छन बंद नहीं हुआ है. राज्य में किसी को शराबबंदी कानून के तहत पकड़ा जाता है तो वह समाज के गरीब तबके के लोग है और अंतिम पैदान पर खड़े लोग है. इसलिए यह सोचने वाली बात है कि, जब शराबबंदी कानून लागु है और शराब नहीं मिलती है तो ये लोग जेल में कैसे बंद हैं. यह हकीकत है कि आदमी की जब मौत होती है और लोग उग्र होते हैं और हकीकत सामने आती है.
बिहार सरकार में मंत्री रहे राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग बस अपने लाभ के लिए शराबबंदी फेल करा रहे हैं. बिहार में शराबबंदी जैसी कोई चीज नहीं हैं, सब जगह आसानी से शराब मिल रही है. वहीं, सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज करते हुए कहा कि किसी भी खाने पीने के चीज़ो पर प्रतिबंध लगाना मानसिक दिवालियापन है, इसलिए इसको लेकर लोगों को जागरूक करना चाहिए. किस भी चीज़ पर बैन लगाने से पहले इसको लेकर लोगों को जागरूक करना चाहिए.