लाइव सिटीज, गोपालगंज: बिहार में जनसुराज यात्रा के दौरान पॉलिटिकल एनालिस्ट प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश पर जुबानी हमला किया. प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा गोपालगंज के मांझा प्रखंड के धर्म परसा गांव में पहुंची हुई थी. यहां प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश पर जमकर हमला किया और उन्होंने रेल हादसे के बाद इस्तीफा देने वाला प्रकरण कहकर याद दिलाया.
प्रशांत किशोर ने 2 दशक पहले असम में गैसल ट्रेन हादसे पर नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा कि 290 लोगों की मौत के बाद नीतीश ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था. जबकि उन्हें इस्तीफा देने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मना किया था.
दरअसल, 2 दशक पहले असम में गैसल ट्रेन दुर्घटना हुई थी. जिसमें 290 लोगों की मृत्यु हो गई थी. अटल बिहारी वाजपेयी के मना करने के बावजूद नीतीश कुमार ने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. उस समय नीतीश कुमार को राजनीतिक नैतिकता की समझ थी. लाल बहादुर शास्त्री के बाद वो भारत के दूसरे ऐसे रेल मंत्री थे जिन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था.
2020 के विधानसभा के चुनाव में सिर्फ 42 विधायक जीते हैं. फिर भी सत्ता का नशा नीतीश कुमार के अंदर इस कदर है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फेविकोल लगा कर बैठे हैं. आज कोई न कोई जुगाड़ लगा कर कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं. यही नीतीश कुमार की सच्चाई है. मैंने जिस नीतीश कुमार की मदद 2015 में की थी, उस समय के नीतीश कुमार और आज के नीतीश कुमार में आसमान ज़मीं का फर्क़ है.