लाइव सिटीज, पटना: चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर रविवार यानी गांधी जयंती पर दो अक्टूबर से बिहार में प्रदेशव्यापी जनसुराज पदयात्रा शुरू होगया हैं. वो पटना से बड़े काफिले के साथ चंपारण के लिए रवाना हो गए हैं. उनका दावा है कि बिहार के इतिहास में पिछले 75 वर्षों में ऐसी पदयात्रा नहीं हुई. 3500 किलोमीटर की पदयात्रा के पीछे का उद्देश्य नए बिहार की बुनियाद रखना है. जमीनी स्तर पर जन संवाद के जरिए पलायन, बेरोजगारी, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बिंदुओं पर आधारित अगले 15 वर्षों के लिए पंचायत स्तर पर बिहार के विकास का विजन डाक्यूमेंट तैयार करना है.
एक बयान में कहा गया है कि किशोर यात्रा के दौरान हर पंचायत और ब्लॉक तक पहुंचने का प्रयास करेंगे और बिना कोई ब्रेक लिए अंत तक इस पदयात्रा का हिस्सा रहेंगे. वह अपनी यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के भितिहारवा में गांधी आश्रम से करेंगे, जहां राष्ट्रपिता ने 1917 में अपना पहला सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था.
बता दें कि यात्रा शुरू करने से पहले तक किशोर नागरिक समाज के सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए पिछड़े क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे. यहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य को न केवल सरकार बदलने की जरूरत है बल्कि व्यवस्था को बदलने के लिए अच्छे लोगों के एक साथ आने की जरूरत है. बयान में कहा गया है कि यात्रा के तीन मुख्य लक्ष्य हैं, जिसमें जमीनी स्तर पर सही लोगों की पहचान करना और उन्हें एक लोकतांत्रिक मंच पर लाना शामिल है.