लाइव सिटीज, पटना: वारणसी में 24 दिसंबर को होने वाली जदयू की रैली रद्द किये जाने के बाद बिहार का सियासी तापमान गरमा गया है. रैली रद्द होने को लेकर यूपी में जदयू प्रभारी सह मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बनारस और उसके अगल-बगल के जिला में हमारे कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं. लोगों के बीच जाकर लगातार रैली को लेकर बात कर रहे हैं. लोगों की राय जिस तरह की आएगी उस तरह का काम हमारी पार्टी करेगी.
श्रवण कुमार ने कहा कि अगर लोग कहेंगे कि रैली करना है तो किसी भी हालत में बनारस लोकसभा क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड की रैली होगी. उसके लिए अगर सरकार किसी विद्यालय या महाविद्यालय में जगह दे या नहीं दे हम किसानों से बातचीत करके किसानों की खेत में रैली करेंगे. लेकिन रैली जरूर होगी
जिसके बाद सम्राट चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि जदयू ने लिखित आवेदन उत्तर प्रदेश सरकार को नहीं दिया है. ये लोग सिर्फ बहाना बना रहे हैं. जदयू उत्तर प्रदेश में कब कार्यक्रम करना चाहते हैं, बताएं. हम लोग उनको परमिशन दिलवाएंगे. चिंता मत करें. लेकिन जनता स्वयं जुटाना पड़ेगी, इसकी जिम्मेवारी हम नहीं लेंगे.
श्रवण कुमार ने दावा किया कि वहां के जो हमारे कार्यकर्ता, नेता और समर्थक हैं वह चाहते हैं कि नीतीश कुमार हमारे क्षेत्र में आकर रैली करें. अगर सभी की राय यह है तो जनता दल यूनाइटेड निश्चित तौर पर बनारस लोकसभा क्षेत्र में रैली करेगी. इसको लेकर बहुत जल्दी हम लोग किसानों के पास जाएंगे. उन्हें कहेंगे कि वह अपनी खेत रैली के लिए मुहैया करायें. बहुत जल्द रैली की तिथि की घोषणा हम लोग कर देंगे.
जदयू के द्वारा यह कहा गया कि अगर बनारस में हमें जगह नहीं मिलेगी तो खेत में भी करेंगे. इस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नालंदा नीतीश कुमार का क्षेत्र है. वहां तो उनकी रैली में लोग जुटते ही नहीं हैं और चले हैं वाराणसी में भीड़ जुटाने. सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार नालंदा में भी रैली करेंगे तो वहां भी 20 हजार से ज्यादा लोग नहीं जुटेंगे. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है, कहने को इसीलिए रैली रद्द होने पर कुछ से कुछ बोल रहे हैं.