लाइव सिटीज, पटना: नई दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबने से हुई छात्रों की मौत के बाद पटना जिला प्रशासन एक्शन में है. कोचिंग संस्थानों की जांच चल रही है. कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन, प्रवेश-निकास की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों, फायर सेफ्टी, बिल्डिंग बायलॉज, ड्रेनेज सिस्टम, इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्था इत्यादि की जांच चल रही है.
अधिकारियों की जांच टीम को दो सप्ताह में रिपोर्ट देनी है. रिपोर्ट में यदि कोचिंग मानक के अनुरूप नहीं हैं तो उसको ठीक करने के लिए तो उन्हें समय दिया जाएगा. इसके बाद भी मानक के अनुरूप नहीं मिले तो उन्हें बंद किया जाएगा. वहीं, इस जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं और छह सदस्यीय टीम के अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी होंगे. बता दें कि दानापुर में जांच टीम के सदस्यों में एडीओ के साथ अग्निशमन अधिकारी, बीईओ, सीओ, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और क्षेत्र के थानाध्यक्ष मौजूद रहे. अनुमंडल वार जांच टीम बनाई गई है.
वहीं, दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद कई राज्यों में प्रदर्शन किया जा रहा है. राजधानी पटना में भी छात्र संगठन ‘दिशा’ ने भिखना पहाड़ी में प्रतिवाद मार्च निकाला और प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग थी कि जिस तरह से दिल्ली में घटना घटी है इसे देखते हुए सुरक्षा की मानक तय की जाएं. पटना, कोटा सहित तमाम जगहों पर कोचिंग संस्थानों में यह सुरक्षा के मानक तय किए जाएं. साथ ही साथ दिल्ली की घटना में जो दोषी हैं उनको जल्द से जल्द सजा दी जाए.