लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार के सिवान में गंडक नहर का पानी सिंचाई के लिए छोड़े जाने के दौरान गुरुवार को बांध टूट गया था. इस बाबत इंजीनियर ने चूहों के कुतरने को बांध टूटने का कारण बताया था. इसके बाद एक बार फिर से बिहार सरकार की काफी किरकिरी हुई. इसी पर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने शुक्रवार को सफाई दी और कहा कि बांध टूटने के कारणों की जांच चल रही है. वैसे अगर चूहा लग जाने की आशंका जताई जा रही है तो यह बड़ी बात नहीं है. वैसे सिर्फ 15 फीट ही बांध क्षतिग्रस्त हुआ है.
बांध टूट जाने के कारण एक बड़े इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, लेकिन संजय झा का कहना है कि बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है.अब खरीफ फसल की सिंचाई के लिए 15 जून से पानी छोड़ा गया है. वैसे भी जब पहली बार पानी छोड़ा जाता है तो इसकी माॅनिटरिंग की जाती है. यूपी से काफी फोर्स में पानी आया है. चूंकि खरपतवार काफी थे, इसलिए भी जो कमजोर प्वाइंट होगा, वहां सिर्फ 15 फीट बांध ब्रेक हुआ है. इसी रिस्टोर किया जा रहा है, जल्द ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा.
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि बांध क्षतिग्रस्त हुआ है. विभाग उसकी जांच कर रही है. एक-दो दिन में रिपोर्ट आ जाएगी तो सही स्थिति बता पाएंगे. चूहा लगने से बांध क्षतिग्रस्त होने का कारण बताए जाने पर संजय झा ने कहा कि मिट्टी में तो चूहा लगता ही है. क्या मिट्टी के घरों में चूहा नहीं लगता है क्या? अभी इसकी सिर्फ आशंका जाहिर की गई है. 6 महीने से पानी नहर में डाला नहीं जा रहा था. लेकिन विभाग के पास अभी जांच रिपोर्ट नहीं है. जांच रिपोर्ट आ जाएगी उसके बाद ही सही स्थिति का पता चलेगा.