लाइव सिटीज, पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटरमीडिएट विज्ञान रिजल्ट में मेंटर्स एडुसर्व के विद्यार्थियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। यहां पढ़ाई करने वाली दो छात्राएं क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर आई हैं। अररिया की रमा भारती और छपरा की तनु कुमारी मेंटर्स एडुसर्व से जुड़कर भी तैयारी कर रही थीं।
यहां ये दोनों नामांकित हैं। छुट्टियों में ये फिजिकल क्लास करती थीं। बाकी समय कोचिंग के स्टडी मैटेरियल से पढ़ती थीं। वहीं समस्या होने पर फोन से भी अपना डाउट क्लियर करती थी। संस्थान के निदेशक आनंद कुमार जायसवाल ने सभी दोनों सफल बच्चियों और उनके माता – पिता तथा दोस्तों को बधाई दी।
आनंद जायसवाल ने कहा कि जो बच्चे मेंटर्स एडुसर्व के विद्यार्थी नहीं हैं और बिहार बोर्ड आईएससी रिजल्ट में उत्कृष्ट प्रदर्शन किए हैं वैसे विद्यार्थियों को जेईई और नीट की नि:शुल्क तैयारी कराई जाएगी। उन्हें अचीवर्स कैंपस में शामिल किया जाएगा। जहां निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ नि:शुल्क रहने और खाने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
उन्होंने यह भी घोषणा कि बिहार इंटरमीडिएट (विज्ञान) 2023 में प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को 100% तक की छात्रवृत्ति दी जायेगी। सत्र 2023-24 के लिए मेंटर्स एडुसर्व में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी कोर्स के नये बैच 30 मार्च एवं 06 अप्रैल 2023 से शुरू हो जाएंगे। जेईई/नीट की तैयारी के इच्छुक बिहार बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए अलग से स्पेशल बैच बनाया जा रहा है। इस स्पेशल बैच में अनुभवी शिक्षक मुख्यतः हिंदी भाषा में पढ़ाएंगे। यदि किसी विद्यार्थी को अंग्रेजी से दिक्कत है तो इसमें नामांकन ले सकते हैं। इस स्पेशल बैच में विद्यार्थियों के अभ्यास के लिए जो असाइनमेंट्स दिए जाएंगे उसमें अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में प्रश्न होंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों का जो टेस्ट लिया जाएगा उसमें भी प्रश्न अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही भाषाओं में होंगे।
आनंद कुमार जयसवाल ने कहा कि अक्सर हमारे बिहार बोर्ड से आने वाले हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को भाषा को लेकर काफ़ी दिक्कतें पेश आती हैं। ख़ासकर जब बात जेईई/नीट की तैयारी की हो तो यह समस्या और बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए मेंटर्स एडुसर्व ने हिंदी माध्यम वाले बिहार बोर्ड के छात्रों के लिए यह स्पेशल बैच शुरू करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि मेंटर्स एडुसर्व में तैयारी करने वाले हिन्दी मीडियम सैंकड़ों विद्यार्थी आईआईटी, एम्स और टॉप मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे हैं।